रानीगंज के अन्नपूर्णा लेन बुजीर बांध स्थित लगभग डेढ़ सौ वर्ष प्राचीन पंचदेव शिव मंदिर के जीर्णोद्धार के पश्चात दो दिवसीय अखण्ड रामायण पाठ का आयोजन किया गया । इस अवसर पर 6 जोड़ों द्वारा सामूहिक रुद्राभिषेक की गई ।इस मौके पर स्थानीय रामायण पाठ वाचक द्वारा रामायण पाठ की जा रही है ।
डेढ़ सौ साल पुराना है मंदिर
मौके पर उपस्थित अरविंद सिंघानिया ने बताया की लगभग डेढ़ सौ वर्ष पूर्व उनके पूर्वज शिवप्रसाद सिंघानिया ने इस मंदिर की वर्ष 1941 में स्थापना की थी एवं इस अंचल में एकमात्र यही शिव मंदिर हुआ करता था। लोग दूरदराज से यहाँ पर व्यापार करने के लिए आने के दौरान यहाँ विश्राम किया करते थे। रानीगंज में होलिका दहन यहीं हुआ करता था । कुछ वर्षों पश्चात महावीर व्यायाम समिति में होलिका दहन का कार्यक्रम आरंभ हुआ ।
कई नागा साधुओं की समाधि बनी है इस मंदिर में
इस मंदिर में लगभग एक सौ वर्ष पूर्व श्याम गिरी नागा संप्रदाय के साधु ने धुनि रमाई थी एवं एक-एक करके कई नागा साधु आते गए और कई नागा साधुओं की समाधि यहाँ बनी हुई है । उन्होंने बताया कि इस मंदिर के बगल में बुजीर बांध नामक काफी प्राचीन तालाब है । इस तालाब में प्रत्येक वर्ष दुर्गा पूजा के दौरान मां दुर्गा को इसी तालाब से पूजा पंडाल में ले जाया जाता है एवं वापस इस मंदिर में विसर्जन किया जाता है।
मंदिर तथा तालाब के जीर्णोद्धार के लिए 35 लाख
उन्होंने बताया कि यहाँ पर मां अन्नपूर्णा मंदिर साथ ही साथ बजरंगबली मां काली मंदिर है एवं हम लोगों ने निर्णय लिया है कि इस मंदिर को मिलकर इसका पूर्ण रूप से जीर्णोद्वार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मंदिर के जीर्णोद्वार में आसनसोल नगर निगम के मेयर परिषद सदस्य दिवेेन्दु भगत ने बताया कि लगभग 35लाख रुपए की लागत से इस मंदिर तथा तालाब का जीर्णोद्वार किया जाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में अशोक सिंह सहित कई स्थानीय लोग उपस्थित थे।