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चिरेका निजीकरण के खिलाफ आंदोलन में तृणमूल भी कूदी, विधायक ने दी यह चेतावनी

पत्रकारों से मुखातिब विधायक विधान उपाध्याय

सालानपुर/चित्तरंजन। आंदोलन की आग में जन्मी पश्चिम बंगाल की अग्नि कन्या मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल सरकार किसी भी हाल में चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना को निजीकरण की दलदल में जाने नहीं देगी। मुख्यमंत्री के ही आदेश पर आज से चित्तरंजन रेल नगरी में इंजन कारखाना को बचाने के लिए बिगुल बज चुका है। उक्त बातें सोमवार को बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने चित्तरंजन ब्लॉक तृणमूल, सालानपुर ब्लॉक तृणमूल समेत चित्तरंजन जॉइंट एक्शन कमिटी के साझा तत्वावधान में आयोजित प्रतिवाद सभा के दौरान कही ।

उन्होंने कहा कि चिरेका को बचाने हेतु आज महाप्रबंधक के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार देश भर की 42 राष्ट्रीय सरकारी संस्थान को निजीकरण की भेंट चढ़ाने वाली है। जिसमें बीएसएनएल, एयर इंडिया, रेल, सेल, इस्को,एचसीएल आदि समेत चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना उद्योगपतियों को समर्पित करने की षड़यंत्र है। चूंकि चिरेका मेरे विधानसभा अंतर्गत पड़ता है। यहाँ साढ़े ग्यारह हजार श्रमिक के साथ हजारों हजार लोगों का जीविका चिरेका पर निर्भर है।

विगत 5 तारीख को विभिन्न ट्रेड यूनियन द्वारा स्थापित जॉइंट एक्शन कमिटी के 15 हजार लोग आंदोलन में शामिल होकर चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना बचाओ का नारा दिया था। इस सरकार को दूबारा सत्ता में लाकर लोगों ने जो भूल किया है यह उसी का परिणाम है। उदाहरण हिन्दुस्तान केबल्स रूपनारायणपुर है। 2014 में सत्ता में आने के बाद सरकार ने बंद कर दिया। अब कुछ ही दूरी पर चिरेका है जिसे 2019 में बीजेपी जितने के बाद जिसका निजीकरण किया जा रहा है।

निजीकरण रोकने के लिए आगामी दिनों में और भी वृहद आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहाँ की वर्तमान केंद्रीय सरकार जनविरोधी, समाज विरोधी,मज़दूर विरोधी, शिल्प विरोधी है। इसका प्रमाण इस बार का बजट है। उन्होंने कहाँ की चित्तरंजन रेल इंजन कारखाना को बचाने की लिए जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस आंदोलन में भाग लेंगी। इधर कार्यक्रम के दौरान रेल कर्मियों द्वारा सेव डीएलडब्ल्यू लिखे काले ध्वज के साथ रेल प्रबंधन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई।

मौके पर जिला परिषद विभागाध्यक्ष मो०अरमान, जिला परिषद सदस्य असीत सिंह, पंचायत समिति सभापति फाल्गुनी कर्मकार घासी, चित्तरंजन ब्लॉक तृणमूल सभापति तापस बनर्जी, भोला सिंह, देबू घोष, विमान चक्रवर्ती, दिनेश लाल, जेपी सिंह,तापस चौधरी, उमेश मंडल, इंद्रजीत सिंह, समेत भारी संख्या में तृणमूल कार्यकर्ता उपस्थित थे

Last updated: जुलाई 8th, 2019 by Guljar Khan