मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश का पालन करते हुये अंडाल थाना क्षेत्र के काजोड़ा मोड़ में भी शहीद दिवस का आयोजन किया गया । काजोड़ा मोड़ एवं लच्छीपुर तृणमूल कॉंग्रेस के संयुक्त तत्वाधान में छः बूथों को मिलाकर चन्दन सिंह के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।
तृणमूल कॉंग्रेस का झण्डा फहरा कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी । वरिष्ठ तृणमूल कार्यकर्ता सफल सिन्हा ने झण्डा उत्तोलन किया एवं शहीद बेदी पर माल्यार्पण किया । उसके बाद अन्य कार्यकर्ताओं ने भी शहीद दिवस पर माल्यार्पण किया एवं शहीदों की याद में नारे लगाए । पूरे कार्यक्रम में सोशल डिस्टैंसिग का विशेष ध्यान रखा गया । सभी कार्यकर्ता मास्क पहने हुये थे और एक दूसरे से दूरी का पालन कर रहे थे ।
कार्यक्रम में छः बूथ के पंचायत सदस्य के अलावे सफल सिन्हा, जीतू लाल , ओम प्रकाश महतो, गोपी चटर्जी, सोनू सिन्हा जगदीश रजक एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
सभा का संचालन तृणमूल नेता जीतू लाल ने किया । अपने सम्बोधन में जीतू लाल ने बताया कि इस वर्ष कोरोना वायरस एवं लॉकडाउन के कारण मुख्य मंत्री ने 21 जुलाई शहीद दिवस का कोलकाता में होने वाले कार्यक्रम को रद्द किया है और सभी कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र में ही शहीद दिवस मनाने का निर्देश दिया है ।
उन्होने बताया कि 21 जुलाई वर्ष 1993 को ममता बनर्जी ने “नो आइडेंटिटी कार्ड – नो वोट” कि मांग पर रायटर्स बिल्डिंग अभियान चलाया था जिसमें माकपा कि पुलिस ने निहत्थे आंदोलनकारियों पर गोली चला दी थी और 13 कार्यकर्ता शहीद हुये थे । वर्ष 2011 में माकपा को हराने के बाद ममता बनर्जी ने 21 जुलाई को ही विजय उत्सव मनाया था और उसी दिन 21 जुलाई को शहीद दिवस घोषित किया था । तब से हर वर्ष 21 जुलाई को हमलोग शहीद दिवस मनाते हैं ।
उन्होने बताया कि जिस प्रकार वर्तमान में केंद्र सरकार गरीबों का शोषण कर रही है उस दौर में इस शहीद दिवस की महत्ता और भी बढ़ जाती है । आज देश के सभी गरीब , युवा , मजदूरों को एकजुट होकर केंद्र सरकार का विरोध करना चाहिए ।
वरिष्ठ तृणमूल कार्यकर्ता सफल सिन्हा ने अपने सम्बोधन में केंद्र पर हमला करते हुये कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार सभी सरकारी संस्थानों को बेच रही है इसके खिलाफ सभी को एकजुट होना होगा ।