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मृतक भाजपा कर्मियों के परिजनों बीच शहीद संजीत हरिजन के परिवार को ढूंढ रहे थे जितेंद्र तिवारी

यूट्यूब वीडियो के लिए यहाँ क्लिक करें –  शहीद संजित हरिजन के बहाने मेयर जितेंद्र तिवारी ने बाबुल सुप्रियो पर किया हमला

आसनसोल। सीआरपीएफ के शहीद जवान संजीत कुमार हरिजन की याद में आसनसोल नगरनिगम द्वारा मेयर जितेन्द्र तिवारी के नेतृत्व में बुधवार को विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शहीद संजीत की याद में पदयात्रा आयोजित की गयी। उसकी याद में पार्क एवं प्रतिमा का शिलान्यास किया गया। यहाँ सैकड़ों गरीबों में कंबल वितरण किया गया। शहीद संजीत के परिजनों को सम्मानित किया गया। मौके पर कारगिल युद्ध के सैनिक कर्नल दीप्तांशु चौधरी, एडीडीए चेयरमैन तापस बनर्जी, बोरो चेयरमैन मानस दास, पार्षद बच्चू राय चौधरी आदि मौजूद थे। इस मौके पर जितेंद्र तिवारी ने शहीद संजीत हरिजन के बलिदान को याद किया । साथ ही वे इसी मंच से सांसद बाबुल सुप्रियो पर हमला करना नहीं भूले ।

लोग आते हैं लोग चले जाते हैं, लेकिन कुछ लोग एसे होते हैं उनके चले जाने के बाद भी उनकी उपस्थिति की अनुभूति बार-बार होती रहती है, एसी ही शख्सियत थे हमारे यहाँ का अपना बेटा संजीत, जिसे लेकर हमलोग गर्व कर सकते हैं, हमलोग अपनी सुख-सुविधा के लिए परिश्रम करते हैं, अपने परिजनों को ठीक रखने तथा सुविधाओं में व्यस्त रहते हैं, लेकिन कुछ लोग इन परिस्थितियों में अपने परिवार के बारे में सोचने से पहले अपने कर्तव्य के बारे में सोचते हैं।

मृतक भाजपा कर्मियों के परिजनों बीच शहीद संजीत हरिजन के परिवार को ढूंढ रहे थे जितेंद्र तिवारी

संजित हरिजन की याद में एक पार्क का शिलान्यास

उन्होंने कहा कि संजीत चला गया, उसे रोकना हमारे वश में नहीं था, अपने-अपने ढंग से सारे लोग उसके परिवार के साथ खड़े हैं, केन्द्र में नयी सरकार बनी, वहाँ शपथग्रहण के दौरान एक अलग मंच बना था, जिस पर बंगाल के शहीद लोगों के परिजनों को बुलाया गया था, टीवी के पर्दे पर मेरी आँखें संजीत हरिजन के परिजनों को खोज रही थी, ताकि हमें भी गर्व हो सके, लेकिन यह नहीं हुआ। जिस दिन पीएम शपथ ले रहे थे, उस दिन किसी शहीद के परिवार को नहीं बुलाया जाता तो कोई बात नहीं थी, बंगाल में राजनीतिक हिंसा में मृत लोगों को शहीद का नाम दिया गया, लेकिन देश के लिए शहीद हुए संजीत हरिजन उसके परिवार को बुलाने में आपको दिक्कत होती है, यह बात जनता के सामने कहना जरूरी है।

राजनीतिक हिंसा में मारे गए भाजपा कर्मियों और देश की सुरक्षा में मारे गए और सैनिकों को एक ही तराजू में तौल दिया आसनसोल के प्रथम नागरिक ने

रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पूर्व और बाद में पश्चिम बंगाल में भारी राजनीतिक हिंसा हुई थी और और इसमें काफी संख्या में भाजपा कर्मी मारे गए गए थे जिसे खुद जितेंद्र तिवारी ने भी अपने वक्तव्य में स्वीकार किया । प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने शपथ ग्रहण के दौरान इन्हीं मृतक भाजपा कर्मियों के परिजनों को बुलाया था जिसका जिक्र आसनसोल के मेयर जितेंद्र तिवारी ने अपने वक्तव्य में किया । जितेंद्र तिवारी इन्हीं परिजनों के बीच संजित हरिजन के परिजन को भी देखना चाहते थे लेकिन ऐसा नहीं होने से वे दुःखी हुए ।

बाबुल सुप्रियो पर आगे हमला करते हुये जितेंद्र तिवारी ने कहा कि इसी आसनसोल ने हमें एक मंत्री दिया, यहाँ के सांसद बाबुल सुप्रियो दूसरी बार बने, वह आसनसोल के लोगों की वोट से मंत्री बने, लेकिन जब आसनसोल का बेटा चला गया, उनसे सिर्फ यह मांगा गया कि आसनसोल का जो बेटा शहीद हुआ उसे दिल्ली में सम्मान दिला दें, लेकिन यह भी उनसे नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि यह आसनसोल की आवाज है, उषाग्राम एवं इंदिरा कालोनी की आवाज है आप सम्मान नहीं दे सकते तो कम से कम अपमानित करने का अधिकार भी आपको नहीं है। आज खुले रूप से कहना चाहते हैं आपके बुलाने न बुलाने से किसी शहीद की गरिमा कम नहीं होगी, आप दिल्ली बुलाये या न बुलाये संजीत हरिजन हमारे दिल का टुकड़ा था, है और रहेगा।

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Last updated: दिसम्बर 12th, 2019 by Rishi Gupta