बोकारो जिला चास प्रखण्ड अन्तर्गत एक गाँव में पथ निर्माण का कार्य उस वक्त एक युद्धस्थल में तब्दील हो गया जब पथ निर्माण का पूरा कार्य संगीन के साये में रात 12 बजे तक सम्पन्न करा लिया गया। इसका मुख्य कारण था स्थानीय ग्रामीण आदिवासियों का विरोध।
रानीपोखर पंचायत के संथालडीह निवासी आदिवासी रैयत के जमीन पर बोकारो स्टील ऑफिसर हाउसिंग सोसायटी लिमिटेड हेतु ग्रामीण विकास विभाग द्वारा पी सी सी पथ का निर्माण विगत रविवार को पुलिस प्रशासन के पहरेदारी में किया गया।उक्त पथ का निर्माण रात 12बजे तक छावनी में तब्दील कर संगीन के साये में किया गया ।
रैयतों ने किया काफी विरोध
रैयतों ने विरोध करते हुए उच्चाधिकारियों को पत्र देकर जाँच एवं आदिवासी भूमि का सीमांकन करने का मांग किया। झारखण्ड मुक्ति मोर्चा बोकारो जिला के वरीय नेता ,विस्थापित हिन्द फौज के केन्द्रीय अध्यक्ष श्री मदन मोहन महतो के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुए रैयतों की सभा को संबोधित करते हुए श्री महतो ने कहा वर्तमान सरकार के शासन में अपराधी ,भ्रष्ट अधिकारी भूमाफिया, दलाल गठजोड़ मजबुत हुआ है । आम जनता के उपर दमन कर जल जंगल जमीन से बेदखल करने की साजिश हो रही है । ऐतिहासिक रानीगडिया बांध को अतिक्रमण एवं मिट्टी डाल कर समतल कर अस्तित्व मिटाने पर तुले है । विरोध करने पर ग्रामीणों के उपर मुकदमा कर फंसाया जाता है । रैयतों को एक जुट होकर गठजोड़ के खिलाफ आंदोलन करने का आह्वान किया गया। मौके पर सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।