लोयाबाद सिजुआ क्षेत्र के बासदेवपुर कोलियरी प्रबन्धन द्वारा पेड़ की हरयाली नष्ट की जा रही है। यहाँ ओबीआर डालकर पर्यावरण को नुकसान करने में रात दिन कोलियरी प्रबन्धन लगा हुआ है। हजारों पेड़ और जंगल अब तक ओबी मिट्टी के ढेर में दब कर अपना अस्तित्व खो चुकी है। प्रबन्धन सवालों के जवाब में टालमटोल और इन्कार शब्द का इस्तेमाल करते हैं। सिंजुआ जीएम पीके दूबे ने कहा मुझे कुछ मालूम नहीं है। परियोजना पदाधिकारी सतेंद्र सिंह ने कहा कि अभी मीटिंग में बिजी है।आइये न ऑफिस में बात करते हैं।और फोन काट दिए।
ज्ञात हो कि बासदेवपुर में आउटसोर्सिंग कम्पनी के द्वारा कोयले का उतखन्न चल रही है। उतखन्न के दौरान ओबी मिट्टी हटाकर बासदेवपुर कोलियरी के लोयाबाद में उत्तरी छोर में डाला जा रहा है। इससे यहाँ का हरियाली पेड़ और जंगल नष्ट हो रही है।वन विभाग मामले की जाँच में जुटी हुई है।
मुख्यमंत्री व नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में करेंगे शिकायत-इम्तियाज अहमद
कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता इम्तियाज अहमद ने कहा कि पूरा विश्व ग्लोबल वार्मिंग की चपेट में है।हर तरफ पेड़ व जंगल बचाने की कोशिश होती है। बासदेवपुर में वनो की अंधाधुंध बर्बादी की जा रही है। इस पर दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही होनी चाहिए।इम्तियाज ने कहा कि इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल को पत्र लिखकर शिकायत की जाएगी।
50 एकड़ जमीन पर 40 हजार पौधे लगाए गए थे
करीब 40 वर्ष पूर्व वन विभाग द्वारा अग्नि प्रभावित क्षेत्र में मिट्टी डालकर पेड़ लगाया गया था। करीब 50 एकड़ जमीन पर 40 हजार पौधे लगाए गए थे। इतने सालों में यह पौधा बड़ी दरख्तों और जंगल के रूप में फैल गई। बहुत्तो ने पेड़ काट कर ले गए। इससे पहले बाँसजोड़ा में उखन्न का ओबी भी डाला गया। इससे भी उस समय हरियाली नष्ट हुई। अब बासदेवपुर कोलियरी प्रबन्धन द्वारा बाकी बचे पेड़ व जंगल बर्बाद किया जा रहा है।लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है।
दोषियों पर कार्यवाही होगी:-डीएफओ, जाँच की जा रही है। दोषियों पर कार्यवाही होगी। बिमल लकड़ा डीएफओ धनबाद