लोयाबाद कोलियरी क्षेत्र में अब हरयाली नजर आने वाली है। इन क्षेत्रों में कुल 40 हजार पेड़ लगाए जाएँगे ताकि पर्यवारण को बेहतर बनाया जा सके।
बुधवार को इसी उद्देश्य से धनबाद के डीएफओ विमल लकड़ा, रेंजर राम बालक प्रसाद, जीएम ए. त्रिवेदी पीओ एके सिंह, जयंत जयसवाल, अमित कुमार सिन्हा, क्षेत्रीय पर्यावरण पदाधिकारी रेजेश रंजन, सर्वेयर एसके मित्रा, सिजुआ क्षेत्र के वीभन्न कोलियरी का निरीक्षण कर जगह चिन्हित किया है।टीम ने एकड़ा जोरिया के किनारे, बांसजोडा रेलवे साइडिंग के उल्टी दिशा में एवं जोगता साइडिंग के पास तथा नगरी जोरिया के किनारे, पौधा रोपने का निर्णय लिया है।
बताया जाता है कि इन क्षेत्रों में कोयले के उत्पादन हो रहा है। आउटसोर्सिंग कम्पनी के जरिये बाँसजोड़ा व कनकनी एवं एकड़ा में कोयले के उत्पादन के मकसद से काम चल रहा है। कोयला उत्पादन में बाधा बन रहे सैकड़ों पेड़ काटे गए थे। बाकी कुछ पेड़ नष्ट भी हुए थे ।पर्यावरण विभाग इस मामले को लेकर गम्भीर है। ताकि नई जगहों पर पौधा रोप कर इस कमी की पूर्ति की जा सके।
पेड़ लगाने की इस योजना से इंसानों के अलावा जीव जन्तुओं पर भी बेहतर प्रभाव पड़ेगा। लुप्त होती प्रजातियों को बचाने में सहायक होगा। शुद्ध वातावरण से मनुष्यों के स्वास्थ्य में बेहतर परिणाम होंगे।
सिजुआ क्षेत्र के कनकनी व बाँसजोड़ा में आउटसोर्सिंग के जरिये हो रही कोयले के उत्पादन में ओबी डंपिंग ने आसपास के लोगों का जीना मोहाल कर दिया है। प्रदूषण से लोग त्रस्त हैं। घरों के छत पर धूलकण की मोटी परत जमी रहती है। विभाग के निर्णय से यहाँ की स्थितियों में सुधार होने के संकेत है।
क्षेत्रीय पर्यावरण पदाधिकारी राजेश रंजन ने बताया कि, इसके अलावा तेतुलमारी सुभाष चौक से करकेंद तक सड़क के दोनों किनारे पर बीसीसीएल के जमीन पर पेड़ लगाया जायेगा। कुल 15.4 किलो मीटर पर पेड़ लगाने की योजना है।