सालानपुर । 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसरसंयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली की तर्ज पर चित्तरंजन से सालानपुर तक भव्य रैली निकालकर किसान बिल वापस लेने की मांग की, संयुक्त किसान मोर्चा में एसएसयू चित्तरंजन, गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी रूपनारायणपुर, असंगठित मज़दूर संगठन रूपनारायणपुर एवं ब्राक्तो दिगेर सोशल वेलफेयर सोसाइटी के बैनर तले सैकड़ों किसान और मजदूरों ने भाग लिया । आन्दोलन कर रहे लोगों ने कहा भारत कृषि प्रधान देश है, और हमसभी किसान का बेटा है, गोरे अंग्रेजों ने देश को गुलाम बनाया था, अब काले अंग्रेज अन्नदाताओं पर जुल्म ढा रही है । अगर सरकार को नए कृषि कानून से स्वार्थ नहीं है, तो फिर उसे वापस क्यों नहीं लेती । लाखों किसान आज इस काले कानून का विरोध कर रहें है किन्तु सरकार जबरन एमएसपी के फायदे गिनवाने में जुटी है । सरकार को हार हाल में एमएसपी को वापस लेनी पड़ेगी । जिस देश में लोग जय जवान जय किसान का नारा देते है, सरकार आज जवान से किसान को लदवा रही है ।
आज इस ट्रैक्टर परेड के माध्यम से काले कृषि कानून, मूल्यवृद्धि. पेट्रोलियम मूल्यवृद्धि का विरोध किया जा रहा है । संगठन के अमित कुमार मलिंग ने कहा जिस देश में जनता के विरुद्ध एक के बाद एक काला कानून बनाया जाएगा, उसका विरोध करना ही गणतांत्रिक अधिकार आज उसी अधिकार के तहत हमलोग गणतंत्र दिवस मना रहे है । उन्होंने कहा कि अगर सरकार अपनी जिद नहीं छोड़ेगी तो आन्दोलन और भी तेज़ किया जाएगा, देश का वजूद किसान से जुड़ा है, किसान मरुस्थल को भी उबजाऊ बनाना जानते है ।
मौके पर असीम मन्ना, जगजीत सिंह, परिमल मंडल, हाकिम टुडू, ओमप्रकाश दास, सरदार सिंह, रुपेश कुमार समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे ।