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बाउरी समाज के कार्यक्रम में विधान उपाध्याय की अनदेखी पर विवाद

कार्यक्रम में उपस्थित रघुनाथपुर के तृणमूल विधायक पूर्णचंद्र बाउरी

समाज के उत्थान के लिए हो एकजुट

सालानपुर -बाउरी समाज कल्याण समिति की ओर से रविवार को मुक्ताचंडी पहाड़ स्थित सभागार में माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक के 185 मेघावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया. इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में पहुँचे रघुनाथपुर के तृणमूल विधायक पूर्णचंद्र बाउरी तथा एसीपी (वेस्ट) सह सालानपुर थाना इंचार्ज सुबीर कुमार चौधरी ने संयुक्त रूप से छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया तथा उनकी उज्वल भविष्य की कामना की. सभा में विशिष्ट वक्ताओ ने बाउरी समाज के उत्थान के लिए अपने विचार व्यक्त किये तथा उनके विकास हेतु समाज के सभी लोगों को एकजुट होने का आह्वान किया. मौके पर नन्दलाल बाउरी, छोटन बाउरी समेत अन्य उपस्थित थे.

स्थानीय एमएलए और जिप सदस्य को आमंत्रण नहीं

बाउरी समाज कल्याण समिति की ओर से आयोजित सम्मान समारोह में वैसे तो रघुनाथपुर तृणमूल विधायक पूर्णचंद्र बाउरी समाज के राज्य सभापति होने के नाते उन्हें आज यहाँ आमंत्रित किया गया था, किन्तु स्थानीय विधायक और जिला परिषद् सदस्य तथा तृणमूल के किसी भी कर्मी को आमंत्रण नहीं मिलने को लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस सन्दर्भ में बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय से पूछने पर उन्होंने कार्यक्रम की जानकारी नहीं होने की बात कही, साथ ही जिला परिषद् सदस्य मोoअरमान ने भी जानकारी नहीं होने की बात कही है. ऐसे में रघुनाथपुर विधायक द्वारा भी स्थानीय विधायक से संपर्क नहीं साधना कई सवालों को जन्म दे दिया है.

जानकारों की माने तो स्थानीय आयोजक तथा बाउरी समाज के प्रतिनिधि नन्दलाल बाउरी तथा छोटन बाउरी क्षेत्र में सक्रिय माकपा नेता रह चुके है. जिस कारण स्थानीय किसी भी तृणमूल प्रतिनिधि को आमंत्रण नहीं किया गया. ऐसे में रघुनाथपुर से तृणमूल के विधायक का यहाँ पहुँचना स्थानीय तृणमूल को नागवार गुजरता देखा जा रहा है. अलबत्ता कार्यक्रम में माकपा-तृणमूल की जुगलबंदी ने क्षेत्र में एक नयी चर्चा को जन्म दे दिया है.

दूसरे नजरिए से देखें तो इसमें कुछ गलत नहीं

यह सम्मेलन बाउरी समाज का था और इसमें केवल बाउरी समाज के  लोगों को ही बुलाया गया तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।  सलानपुर-कल्यानेशरी के लगभग सभी बड़े कार्यक्रमों में शामिल रहने के आदि हो चुके स्थानीय विधायक के लिए यह बात गले नहीं भी उतर सकती है लेकिन इस तरह के सम्मेलन जो  किसी विशेष  समाज द्वारा आयोजित होते हैं उसमें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोग शामिल होते हैं और अपने समाज के उत्थान के लिए चर्चा करते हैं।

लेकिन मुद्दे की बात यह है कि यदि केवल बाउरी समाज के लोगों को ही कार्यक्रम में  ही बुलाना था तो फिर एसीपी (वेस्ट) सह सालानपुर थाना इंचार्ज सुबीर कुमार चौधरी को भी नहीं बुलाया जाना था। यदि उन्हें प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर बुलाया गया तो फिर स्थानीय विधायक को न बुलाने की बात अखरना लाज़मी है ।

Last updated: जुलाई 15th, 2018 by Guljar Khan