विगत कुछ सालों से पुराने तृणमूल कर्मी बैठ गए थे. उन लोगों को पार्टी में सम्मान नहीं मिल रहा था. जिसके चलते कहीं दूसरे दल में ना जाकर वह बैठ गए थे. ममता बनर्जी के निर्देश पर फिर पुराने तृणमूल कर्मियों को खोज कर निकाला और उन्हें उचित सम्मान देकर फिर से पार्टी में काम करने का मौका दिया गया. कोलकाता में सभी पुराने तृणमूल कर्मियों को बुलाया गया था और वहाँ उन लोगों को सम्मान के साथ पार्टी में स्थान दिया गया.
दुर्गापुर के गुलाम रसूल मीर और मोहम्मद अली पुराने में गेट के नेता है. जो सीपीएम के समय में तृणमूल कांग्रेस की खातिर काफी टक्कर दिया था. बहुत मार भी खाने पड़े थे. मगर तृणमूल में नए लोगों के आने के बाद उन्हें किनारा कर दिया गया था. वह कहीं दूसरे दल में ना जाकर चुपचाप बैठ गए थे. मगर ममता बनर्जी ने फिर से उन लोगों को अपने पास बुला कर दायित्व दिया है. जहाँ गुलाम रसूल तथा मोहम्मद अली को पश्चिम बर्द्धमान दुर्गापुर महकमा का माइनॉरिटी सेल का कनवेनर बनाया गया. इलाके में उनके साथ काम करने वाले को फिर से एक नया जीवन मिल गया है.
यह देखकर पुराने कर्मियों ने तय किया कि पार्टी कार्यालय ऑफिस में हमारे नेता को सम्मान दिया जाए. इसी क्रम में इलाके के क्लब के अध्यक्ष और सचिव तथा कार्यकर्ता पार्टी ऑफिस में पहुँचे और गुलाम रसूल तथा मोहम्मद अली को फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित एवं फिर से कार्य करने के लिए उत्साहित किया. हर तरह के सहयोग देने की भी बात कही है.
गुलाम रसूल ने कहा कि हमें सम्मान नहीं, प्यार चाहिए ताकि फिर से हम इलाके में कुछ लोगों के लिए काम कर सके. उनकी असुविधाओं को दूर कर सकें. ममता बनर्जी का निर्देश है कि अपने इलाके में रहकर लोगों की असुविधाओं को देखें और उनके साथ मिलकर उनका समाधान करें. तभी इलाके में रहने वाले लोग तृणमूल पार्टी को सम्मान देंगे.