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तृणमूल की सभा में श्रमिकों ने की प्रभात चटर्जी को हटाने की मांग, लगाया सिंडीकेट राज का आरोप

श्रमिकों को समझाते शिवदासन दासु

दुर्गापुर महकमा के तीन ब्लाकों को लेकर बुधवार को दुर्गापुर नगर निगम के तथो केंद्र में तृणमूल कांग्रेस एससी-एसटी -ओबीसी का सम्मलेन आयोजित की गई । सम्मेलन में पश्चिम बर्द्धमान जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष वी. शिवदासन दासु ने कहा कि गलसी में अभिषेक बनर्जी की सभा रखी गई है, जहाँ 3 ब्लॉक के लोगों को निर्देश दिया जाएगा की सभा में अधिक से अधिक कर्मी लेकर जाए। इसके अलावा किसके साथ मुख्यमंत्री ब्रिगेड में सभा करेंगी वह भी अभिषेक बनर्जी निर्देश देंगे। इसलिए अधिक से अधिक संख्या में उक्त सभा में पहुँचे।

उन्होंने बताया कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एससी-एसटी वर्ग के लोगों के लिए विशेष पैकेज दी है । 30से 40 साल की उम्र के लोग सरकारी नौकरी के प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं। कहा कि वाममोर्चा के शासन काल में एससी-एसटी प्रमाण पत्र लेने के लिए लोगों को काफी पसीना बहाना पड़ता था, लोगों को पार्टी के नेताओं के पास घूमना पड़ता था और पार्टी नेता देखते थे कि यह हमारे दल के लोग हैं कि नहीं दल के लोग नहीं होने पर प्रमाणपत्र नहीं दिया जाता था।

लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया किए जाने से अब लोगों को एक माह के भीतर ही प्रमाण पत्र मिल जा रहा है। किसी को किसी नेता के पास नहीं जाना होगा। सरकार की ओर से हर सुविधा एससी-एसटी को मुहैया कराया जा रहा है ।उन्होंने कहा कि संगठन को बेहतर ढंग से तैयार किया जाए ताकि आने वाले समय में सामाज का विकास हो सके।

सभा के दौरान ही जैसे ही नारे लगाते हुए कुछ श्रमिक अंदर घुस गए और प्रभात चटर्जी को हटाने का मांग करने लगे। श्रमिकों से बार-बार शोर बंद करने के लिए मंच से कहा गया, मगर वह लोग नारे लगाते रहे। इसके बाद जिला अध्यक्ष श्री दासु उन लोगों के पास पहुँचे और कहा कि शोर-शराबा बंद करें ये तृणमूल की सभा है, कोई ट्रेड यूनियन कि नहीं। लेकिन श्रमिक नहीं माने और नारे लगाते रहे। उसके बाद श्री दासु ने कहा कि अपनी आवाज को बंद करें हम बाहर आकर आप की बातें सुनते हैं।

उसके बाद मंच से बाहर निकलकर और नगर निगम के समक्ष बाहर ही बैठ कर लोगों की बात सुनने लगे। दासू ने हंगामा कर रहे श्रमिकों से से बार-बार पूछा कि आप कौन पार्टी से है। श्रमिक बाबू राम दास ने कहा कि प्रभात चटर्जी एंड कंपनी के लोगों ने परिवर्तन के बाद 2011 में साढ़े चार हजार लोगों को काम से बैठा दिया और उन सब जगहों पर बाहरी लोगों को मोटी रकम लेकर काम पर लगाया गया। लेकिन हटाए गए ठेका मजदूरों को नहीं लिया गया। उन्होंने कहा कि ठेका मजदूरों का एक दिन का हाजरी चार सौ रुपये के करीब में है, लेकिन प्रभात चटर्जी के लोग चार सौ रुपये के बदले दो सौ रुपये मजदूरी पर श्रमिकों को काम करा रहे है।

डीएसपी प्लांट में प्रभात चटर्जी के इशारे पर काम हो रहा है। सिंडीकेट राज चल रहा है ।श्रमिकों से अदाई की गई पाँच सौ रुपये सीधे नेता के पाॅकेट में जा रहा है। इस विषय को लेकर जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष के समक्ष लिखित तौर पर दिया गया। लेकिन कोई विचार नहीं हुआ। हटाए गए लोगों में अधिकांश एससी-एसटी मजदूर है।एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एससी-एसटी लोगों के लिए विशेष पैकेज देने की बात कहती है तो दूसरे तरफ तृणमूल कांग्रेस नेता सिंडीकेट चला रहे है। यदि एक सप्ताह के भीतर समाधान नहीं किया गया तो जोरदार अंदोलन पर जायेंगे। जिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष वी. शिवदासन दासु ने कहा कि समस्या का समाधान जल्द हो जाएगा।

वहीं दो नंबर ब्लॉक एससी एसटी ओबीसी सेल के अध्यक्ष शेख अजीमुद्दीन ने कहा कि हम लोग दुर्गापुर स्टील प्लांट में जहाँ काम करते थे, उस समय यह लोग सीपीएम के झंडे के नीचे काम कर रहे थे, उसके बाद बाबूराम दास प्यासा कंस्ट्रक्शन के मालिक है अभी बीजेपी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और श्रमिकों को भड़का रहे हैं। यह लोग उस समय काम नहीं कर रहे थे। मैनेजमेंट की ओर से उन लोगों को हटाया गया था। पार्टी का इसमें कोई संपर्क नहीं है।

Last updated: दिसम्बर 5th, 2018 by Durgapur Correspondent