रानीगंज। छठ पूजा के अवसर पर परिवार के संग स्नान करने गए छठ बरतिया के तीन पुत्र दामोदर नदी मैं डूब गए। रानीगंज के मेजिया थाना के दामोदर नदी के मथुरा चंडी घाट में यह हादसा दोपहर के लगभग 2:00 बजे की है। तीनों युवकों में भगत पाड़ा के वाशिंदा 16 वर्षीय रौशन सिंह,अभिषेक मिश्र तथा महतो इलाका के रहने वाले अभिषेक महतो है।
परिजन बबलू सिंह ने बताया कि तीनों ही बच्चे पहले यहाँ अपने परिवार के साथ आए थे और घर को लौट गए थे, लेकिन बाद में पुनः यह तीनों बालक ट्यूशन पढ़ कर घर न लौटकर नदी में स्नान करने चले आए ।
तीनों ही बालक ज्ञान भारती स्कूल के छात्र हैं और एकादश श्रेणी के 4 छात्र। तीनों युवक नदी में स्नान करने के लिए उतरे तथा अपने सभी सामान एवं कपड़ों को नदी के किनारे ही रख दिया। दोपहर तक तीनों युवक के नहीं मिलने पर उनके परिजनों ने उन्हें खोजना शुरू किया तथा वे लोग दामोदर नदी इलाके में खोजते हुए पहुँचे,परंतु काफी खोजबीन करने के बाद भी अब तक युवकों का कुछ भी पता नहीं चल पाया है। इस घटना की जानकारी मिलते ही रानीगंज थाना भी मौके पर पहुँचकर तीनों छात्रों को खोजने की काफी कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच उन्हें तलाशने पुलिस प्रशासन की ओर से डिजास्टर मैनेजमेंट की विशेष टीम को भी बुलाया गया। जो कि नदी में तीनों युवकों की तलाशी कर रही है।
स्थानीय बाशिंदा एवं मथुरा चंडी कमिटी के सदस्य भूतनाथ मंडल ने बताया कि दामोदर नदी में काफी मात्रा में बालू उठाव होने की वजह से ही नदी की गहराई का पता नहीं चल पा रहा है, जिसकी वजह से यह घटनाएं हो रही है। इतनी कड़ी मेहनत के बावजूद भी मंगलवार की शाम तक तीनों युवकों का कहीं भी पता नहीं चल पाया है। इसकी वजह से स्थानीय लोग पुलिस प्रशासन तथा तीनों युवकों के परिजन काफी चिंतित है।
दामोदर नदी के किनारे दो स्कूटी बाइक एवं स्नान करने के लिए खोले गए कपड़े स्कूल की बैग को देखकर एक तरफ जहाँ स्थानीय लोग चिंतीत देखे गए , उनके परिजन भी किसी अनहोनी की आशंका से शोक वयाप्त देखे गए, समाचार लिखे जाने तक अभी तक किसी भी प्रकार का सुराग नदी से निकलने की नहीं मिली है, हालांकि लोगों में एक इस बात की भी गुस्सा देखी गई कि अवैध तरीके से बालू के खनन की वजह से इस घटना हुई है। प्रशासन की ओर से मेजिया के वीडियो घटनास्थल पर मिले उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार किया।