Site icon Monday Morning News Network

मंगलपुर ‘श्याम सेल एंड प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री’ में हुई दुर्घटना में तीन लोगों की मौत, घटनास्थल पर पहुँचे विधायक, एवं सी.पी.आई.एम नेता

रानीगंज । रानीगंज के औद्योगिक नगरी मंगलपुर में बीते मध्य रात्रि 12.30 बजे श्याम सेल एंड प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में हुई दुर्घटना में तीन लोगों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। जिसमें एक श्रमिक शिवनाथ राम को घायल अवस्था में बाहर निकाल कर दुर्गापुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जबकि दबे श्रमिकों में 42 वर्षीय रानीगंज के बल्लभपुर बाशिंदा तन्मय घोष, 43 वर्षीय अंडाल के हरिशपुर बाशिंदा दिलीप गोप, बांकुड़ा के पलाशडांगा बाशिंदा 36 वर्षीय शिव शंकर भट्टाचार्य शामिल है। घटना की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया। घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस प्रशासन घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रित किए। दमकल विभाग को सूचना दी गई। लेकिन स्थिति इतना गंभीर था कि दमकल विभाग भी लाचार हो गए।

घटनाक्रम को लेकर उत्तेजना व्याप्त है आश्रितों को मुआवजा एवं नौकरी की मांग की गई। घटना की जानकारी मिलते ही इलाके के जनप्रतिनिधि सुबह से ही घटनास्थल पर देखे गए। जिसमें प्रमुख रूप से रानीगंज के विधायक तपस बनर्जी रानीगंज टाउन अध्यक्ष रूपेश यादव तृणमूल कॉंग्रेस के श्रमिक नेता निर्मल पाल तृणमूल नेता अभिजीत घटक माकपा नेता हेमंत प्रभाकर प्रमुख उपस्थित थे।

रानीगंज के श्याम सेल पावर लिमिटेड में या कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी इस प्रकार की घटनाएं होती रही है। औद्योगिक नगरी मंगलपुर में इसके पहले भी बालाजी इंडस्ट्रीज में एक श्रमिक की मौत करंट लगने से हो गई थी। फैक्ट्री में इस प्रकार की घटना आए दिन होती रही है। लेकिन घटना के वक्त ही मात्र इस प्रकार की सुरक्षा इंतजामों को लेकर प्रश्न उड़ता है। प्रशासन और प्रबंधन दोनों आमने सामने होते हैं लेकिन चंद दिनों में ही घटनाएं भूल जाती है।

श्रमिकों ने बताया कि रानीगंज के श्याम सेल पावर लिमिटे में डमध्य रात्रि लगभग 12:00 बज कर 30 मिनट पर श्याम सेल फैक्ट्री के मुख्य द्वार पर कई श्रमिक शोर-शराबा करने लगे , कि फैक्ट्री से बाहर निकालने वाली छाय एवं राख के मलवे के नीचे कई श्रमिक दब चुके हैं। मलबे को ढूंढने वाली सीएचपी प्लांट का बकेट ध्वंस होकर गिर पड़ी है। लेकिन प्रबंधन की ओर से तत्काल कार्यवाही नहीं कि गई। फैक्ट्री में सुरक्षा का इंतजाम भी सब ठीक नहीं था। आनन-फानन में एक व्यक्ति किसी तरह से अपना जान बचाकर बाहर निकलने में कामयाब तो हुए लेकिन तीन व्यक्ति मलबे में दबा रह गया। सुबह घटना की सूचना जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। एक तरफ दमकल विभाग ने अपने दो इंजन के माध्यम से लगातार मलबे में पानी का छिड़काव में जुटे रहे वहीं दूसरी ओर किरान पोकलेन आदि की मदद से मलबे को हटाने का काम शुरू की गई। लेकिन मलबे के अंदर से निकलती गरम लपक से बचाव कार्य में लगे सुरक्षा कर्मी को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। घटनाक्रम को लेकर फैक्ट्री प्रबंधन की ओर कोई भी कुछ भी कहने से इनकार करते रहे फैक्ट्री के महाप्रबंधक सुमित बनर्जी से संपर्क स्थापित की गई लेकिन उनसे किसी प्रकार का संपर्क नहीं किया जा सका। उनके विरोध में श्रमिक कर्मी एवं स्थानीय नेताओं का भी आक्रोश देखा गया। उनका कहना है कि लापरवाही की वजह से या घटना घटी है।

विधायक तापस बनर्जी ने कहा


मंगलपुर में श्याम सेल पावर फैक्ट्री में हुए घटनाक्रम को लेकर रानीगंज के विधायक तापस बनर्जी घटनास्थल पर पहुँचे साथ में अभिजीत घटक एवं स्थानीय ट्रेड यूनियन के नेता भी साथ थे। उन्होंने घटनाक्रम को लेकर काफी आक्रोशित दिखे पत्रकारों को उन्होंने कहा कि मुझे बेहद दुःख है कि तृणमूल कॉंग्रेस का झंडा का इस्तेमाल करके इस इलाके में ट्रेड यूनियन का नेता बन बैठे हैं। फैक्ट्री प्रबंधन के साथ मिलकर सुरक्षा के नियमों का जिस प्रकार से आज उल्लंघन हुआ है उसके लिए फैक्ट्री मालिक के साथ-साथ यहाँ के ट्रेड यूनियन के तथाकथित नेता भी दोषी हैं। मृत श्रमिकों का न्याय मिले और सुरक्षा नियम का अवहेलना करने के तहत इनके विरोध में कानूनी कार्यवाही हो। घटनास्थल पर एसीपी तथागत पांडे ने कहा कि किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। इनके विरोध में जो कार्यवाही बनती है होगी।

सीटू एवं माकपा नेता हेमंत प्रभाकर ने कहा

श्याम सेल एंड पावर लिमिटेड की घटना की सूचना पाकर इस क्षेत्र के वरिष्ठ सीटू नेता हेमंत प्रभाकर ने कहाँ की यह दुर्घटना लापरवाही की वजह से हुई है। श्याम सेल के विरोध में सुरक्षा को लेकर हम लोगों ने कई दफा ज्ञापन सौंपा है। लेकिन प्रबंधन की ओर से जिस रूप से नकारात्मक रवैया अपनाई जाती रही। इसी का नतीजा है कि आज य दुर्घटना घटी है। मृतक को मुआवजा मिले लेकिन इन फैक्ट्री मालिक के विरोध में हत्या का मामला दर्ज होनी चाहिए।


घटना के प्रत्यक्षदर्शी दीपक बावरी

रानीगंज। घटना के प्रत्यक्षदर्शी श्रमिक दीपक बावरी ने बताया कि या घटना पूरी तरह से लापरवाही का है काफी दिनों से या प्लांट बंद था। सीएचपी के पैकेट का क्षमता लगभग 1 टन था उसमें डबल से भी अधिक छाई डाली जाती रही। इतना ही नहीं इसके आसपास लगभग 400 टन मलबे का जमावड़ा हो रखा है फल स्वरूप या घटना घटी है।


उन्होंने बताया कि जो छाई इसमें गिरी है वह गरम होता है जिसे पानी के माध्यम से ठंडा करने का प्रक्रिया भी ठीक नहीं है। यहाँ काम करने वाले कर्मी ने कई दफा प्रबंधन से शिकायत भी किया लेकिन उस पर अमल नहीं कि गई। यह तो ईश्वर कृपा था कि यह घटना जिस वक्त हुआ उस वक्त मात्र 5 कर्मी ही कार्यरत थे।

Last updated: नवम्बर 27th, 2021 by Raniganj correspondent