उड़ीसा तबादले कर दिए जाने के विरोध में मंगलवार को कम्पनी के तीन मजदूरों ने कनकनी में संचालित हिलटाॅप आउटसोर्सिंग कंपनी का काम ठप कर दिया।
तीनों मजदूरों में रामप्रवेश चौहान, जावेद खान एवं सरफराज खान शामिल है। तीनों सुबह में परियोजना स्थल पहुँचा और हंगामा करने लगा। कम्पनी प्रबन्धन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कम्पनी के वाहनों के आगे आकर जमीन पर लेट गया और कहा कि मेरी शरीर पर गाड़ी चढ़ा दो, अब कम्पनी मेरी लाश पर ही इस परियोजना संचालित कर सकती है। हम किसी भी कीमत पर उड़ीसा नहीं जाएँगे।
तीनों का कहना था कि हमलोग यहाँ के स्थानीय है। कोई परिवार तो किसी ने पिता के बीमार होने की दुहाई दे रहे थे। करीब तीन घण्टे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा
लोयाबाद व जोगता पुलिस पहुँची और तीनों को हिरासत में लेकर कम्पनी का काम चालू कर दिया।
बाद में लोयाबाद थाना में पुलिस की मौजूदगी में कम्पनी के जीएम अंजय सिंह व तीनों के बीच सुलह हो गया। इन तीनों मजदूरों ने कम्पनी से कहा कि हमलोग उड़ीसा नहीं जाएँगे पर जब कभी परियोजना का विस्तार होगा। पहले हम तीनों को नियोजन में प्राथमिकता देनी होगी। इसपर कम्पनी ने सहमति जता दी। सुलह का एक पत्र भी तैयार किया गया।
बताया जाता है कि कनकनी में कम्पनी का काम अब खत्म होने वाली है।इस लिए मजदूरों को दूसरी जगह पर तबादला किया जा रहा है। कम्पनी की माने तो 28 मजदूरों को उड़ीसा तबादला किया गया है।