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आरटीपीएस की ओर से मतस्य पालकों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ

तीन दिवसीय मतस्य पालन प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते परियोजना प्रधान अनंता चक्रवर्ती एवं अन्य अधिकारी

दामोदर घाटी निगम के दुमदुमी स्थित इकाई रघुनाथपुर ताप विद्युत केंद्र की ओर से सीएसआर कार्यक्रम एवं भूमि संरक्षण विभाग, मतस्य पालन केंद्र मैथन के तहत दुरमुट ग्राम इलाके के परियोजना से प्रभावित लोग जो मछली पालन का काम रजिस्टर्ड को-ऑपरेटिव के तहत करते हैं एवं ऐसे 30 युवाओं को आरटीपीएस प्लांट परिसर के इंस्पेक्शन बंगलो (आईबी) में 3 दिवसीय (19-21दिसंबर ) को प्रशिक्षण दबने का शुभारम्भ आज दिनांक 19 दिसंबर को मुख्य अभियंता एवं परियोजना प्रधानअनंता चक्रवर्ती के कर कमलों द्वारा दिया गया ।

इस शिविर का उद्घाटन डीवीसी आरटीपीएस के परियोजना प्रधान अनंता चक्रवर्ती के नेतृत्व एवं मुख्य अभियंता (ओ एन्ड एम् ) सजल बनर्जी, एवं सीनियर एडिशनल डायरेक्टर (एच आर ) रूद्र प्रताप सिंह की देखरेख में और उपमुख्य अभियंता (असैनिक)देवाशीष देब, जॉइंट डायरेक्टर एच आरश्री विनय कुजूर, डिप्टी मैनेजर (फाइनेंस)अजय वैद्य की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारम्भ श्री चक्रवर्ती के सम्बोधन से हुई.

वैज्ञानिक तरीके से मतस्य पालन कर उत्पादकता में वृद्धि संभव, प्रतिवर्ष दिया जाएगा प्रशिक्षण : डीवीसी आरटीपीएस के परियोजना प्रधान अनंता चक्रवर्ती

परियोजना प्रधान अनंता चक्रवर्ती ने कहा कि संयंत्र आस-पास के इलाके को आर्थिक व सामाजिक रूप से सुदृढ़ करने एवं मछली का उत्पादन एवं इस व्यवसाय को आगे बढ़ने की की दिशा में प्रयासरत है । सीएसआर कार्यक्रम के माध्यम से समय-समय पर विभिन्न प्रकार से योगदान करती रहती है । इसी दिशा में समाज के पिछड़ों एवं मुख्य रूप से मछली पालन करने वाले ग्रामीणों के लिए भू संरक्षण विभाग, मतस्य पालन कार्यक्रम मैथन के सहयोग से प्रति वर्ष प्रशिक्षण देकर इलाके के लोग काफी उपकृत होंगे।

मैथन के इस प्रशिक्षण से इलाके के लोग काफी उपकृत होंगे : सीनियर एडिशनल डायरेक्टर (एच आर ) रूद्र प्रताप सिंह

कार्यक्रम के दौरान सीनियर एडिशनल डायरेक्टर (एच आर ) रूद्र प्रताप सिंह ने कहा संयंत्र के आस-पास के इलाके को आर्थिक व सामाजिक रूप से सुदृढ़ करने की दिशा में डीवीसी प्रयासरत है । और सामाजिक एकीकरण कार्यक्रम के माध्यम से समय-समय पर विभिन्न प्रकार से योगदान करती रहती है । इसी दिशा में समाज के पिछड़ों एवं मुख्य रूप से मछली पालन करने वाले ग्रामीणों क लिए भू संरक्षण विभाग, मतस्य पालन कार्यक्रम मैथन के सहयोग से प्रशिक्षण से इलाके के लोग काफी उपकृत होंगे.

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप मुख्य अभियंता ( असैनिक)देवाशीष देव ने कहा मत्स्य पालन बंगाल की जीवन रेखा है और इसको बढ़ावा देने में डीवीसी का सहयोग सदा रहा है और ग्रामीणों से इस दिशा में प्रयासरत रहना अपेक्षित है ।

डीवीसी के इस पहल का लाभ उठाएँ ग्रामीण : डिप्टी मैनेजर सीएसआर, आरटीपीएस-मोहम्मद शमीम अहमद

मोहम्मद शमीम अहमद डिप्टी मैनेजर सीएसआर, आरटीपीएस ने कहा डीवीसी के इस पहल का ग्रामीणों को इस अवसर का समुचित लाभ उठा कर अपनी प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने की जरूरत है. ।

निकट भविष्य में इस प्रकार का मॉडल डेवलप करने का डीवीसी का इरादा है -डिप्टी मैनेजर ( भू संरक्षण विभाग) डॉक्टर एन सी सहा

डिप्टी मैनेजर ( भू संरक्षण विभाग) डॉक्टर एन सी सहा ने कहा कि डीवीसी इस वर्ष मुख्य रूप से दुरमुट ग्राम के को-आॅपरेटिव सदस्यों के साथ मतस्य पालन के साथ-साथ इंटीग्रेटेड फार्मिंग पर विस्तार में ट्रेनिंग दी जाएगी और निकट भविष्य में इस प्रकार का मॉडल डेवलप करने का डीवीसी का इरादा है. मतस्य कृषि हेतु जल संसाधनो का सामाजिक उपयोग करने की आवश्यकता है एवं किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में डीवीसी का भूमि संरक्षण विभाग मतस्य पालन केंद्र मैथन एवं सीएस आर आरटीपीएस अपने सामाजिक दायित्वों को बखूबी निभा रहा है ।

तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में 30 प्रशिक्षु होंगे लाभान्वित

कार्यक्रम के दौरान चेलियमा ब्लॉक के ब्लॉक टेक्नोलॉजी मैनेजरसुदीप्त सरकार, भूतपूर्व एसिस्टेंट डायरेक्टर ऑफ़ फिशरीज बांकुड़ा जिला कार्तिक सिन्हा आदि उपस्थित थे. । प्रशिक्षण कार्यक्रम का सञ्चालन मतस्य पालन विभाग मैथन के अधिकारी डॉक्टर एन सी साहा की अगुवाई में उप प्रबंधक सीएसआर, आरटीपीएस मोहम्मद शमीम अहमद द्वारा किया गया .

कार्यक्रम 3 दिनों तक चलेगा जिसमें दुरमुट ग्राम के दुरमुट माँ मनसा फिशरमैन कोपरेटिव के 30 प्रशिक्षु को पशिम बंगाल राज्य सरकार के मतस्य पालन विभाग के पूर्व अधिकारीकार्तिक सिन्हा ,मधुसूदन साहा श्रीमती इप्सिता मंडल, वैज्ञानिक बर्द्धमान यूनिवर्सिटी अपूर्व घोष एवं अनूप दत्तो द्वारा दिया जायेगा. एवं अंत में सभी प्रतिभागियों को योग्यता अनुसार सर्टिफिकेट दिया जायेगा कार्यक्रम को सफल बनाने में एसिस्टेंट फॉरेस्ट अफसर एस सी मंडल एवं श्यामल दास (मैथन) ने सराहनीय भूमिका निभाई।

Last updated: दिसम्बर 19th, 2018 by News-Desk Asansol