लोयाबाद के बाद अब बाँसजोड़ा में पीट वाटर के लिए हाहाकार मचा हुआ है। । यहाँ भी बोरहॉल और समेरसबले की कहानी है। गड़ेरिया एवं बाँसजोड़ा के करीब पाँच हजार आबादी पीट वाटर की आपूर्ति रुकने से बेहाल है।यहाँ सबमर्सिबल खराब का ऐसा चक्कर लगा कि,बोरहॉल ही बर्बाद हो गई।करीब तीन लाख का सबमर्सिबल पम्प और करीब पाँच लाख की बोरहॉल किसी काम का नहीं रहा। मामला यह है कि पीट बन्द होने के बाद उक्त जगहों के लिए बीसीसीएल प्रबन्धन बोरहॉल के जरिये इस इलाके में पीट वाटर सप्लाई करती है।20 दिन पहले सबमर्सिबल खराब हुआ तो आपूर्ति ठप हो गई। करीब 15 रोज बाद प्रबन्धन जब खराब सबमर्सिबल की मूर्र्मति के लिए सोचा तो,सबमर्सिबल बोरहॉल में टूट कर गिर गया। कई कोशिशो के बाद भी नाकामयाबी ऐसे हाथ लगी कि, सबमर्सिबल तो गया ही अब वह बोरहॉल भी किसी काम का नहीं रहा।प्रबन्धन को अब नई बोरहॉल भी कराना होगा।इस पूरे घटना क्रम से बाँसजोड़ा वे गड़ेरिया के मजदूर व ग्रामीण नाराज है।
राम रहीम टैंकर से पहुँचवा रहे पानी
पीट वाटर ठप पड़ने के बाद राम रहीम के नाम से मशहूर असलम मंसूरी व राजकुमार महतो ने टैंकर के जरिये पानी की कमी दूर करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं। रोजाना करीब 8 से 10 टैंकर पानी सायरा (संम्प ) में डालकर पानी आपूर्ति करने में लगे हुए है,रामरहीम की इस कदम से लोगों तत्काल राहत मिला हुआ है।
एक सप्ताह का अल्टीमेटम:-
रामर हीम ने कहा कि अब बोरहॉल भी बर्बाद हो गया। प्रबन्धन एक सप्ताह के भीतर पीट वाटर की सप्लाई शुचारु करे,यह जिम्मेदारी प्रबन्धन की है।अगर एक सप्ताह में पानी की समस्याए दूर नहीं हुई तो बाँसजोड़ा व निचितपुर का उत्पादन से लेकर डिस्पैच तक ठप कर दिया जाएगा।
जेके जायसवाल, परियोजना पदाधिकारी बाँसजोड़ा कोलियरी ने कहा
सबमर्सिबल खराब हुआ तो उसे बोरहॉल से निकलां जा रहा था,सबमर्सिबल टूटकर बोरहॉल में ही गिर गया।कई बार कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली,सबमर्सिबल फंसे रह जाने से बोरहॉल भी बर्बाद हो गया,अब नई बोरहॉल और नई सबमर्सिबल लगाना होगा।