आसनसोल , नींगाह, गोविन्द नगर ज्योति नगर के इलाके में आजकल चोरों उचक्कों पॉकेटमारों, चरसी और मतालों की धूम मची हुई है। पहले इस इलाके में हमेशा ही पुलिस पेट्रोलिंग हुआ करती थी। जिसके कारण इस इलाके में चोरी छिनतई आदि की घटनाएं नहीं के बराबर ही हुआ करती थी। लेकिन पुलिस महकमा आजकल इस ओर कम ही ध्यान दे रहा है। जबकि बस कुछ ही दूरी पर यहाँ एसिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (ट्रैफिक)का कार्यालय मौजूद है।
यहाँ बालिकाओं के लिए दो-दो हाई स्कूल सेंट मेरी गोरेटी गर्ल्स हाई स्कूल और कलकत्ता गर्ल्स हाई स्कूल मौजूद है। लेकिन बार-बार चोरी छिनतई और चरसी नशाखोरों की अड्डा जमाने के बावजूद पुलिस महकमा इस और ध्यान नहीं दे रहा है। क्योंकि इस और इनको कमाई का कोई जरिया नजर नहीं आता है। पहले कभी कभी निर्माणाधीन मकानों और बंद पड़े मकानों में इनको चरसियों के अड्डे के बारे में पता होने पर इनको चरसियों के साथ डील करने पर काफी जददोजहद और परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इसलिए पुलिस महकमा ने इस इलाके को भगवान भरोसे छोड़ रक्खा है।
इस इलाके को नगर निगम के एक विशेष ठेकेदार ने अपने स्वार्थ के लिए बामपंथी काल में विकास कर कोलियरी आदि इलाके के सेवानिवृत कर्मियों को ठग-ठग कर राजनीतिक सह पर अपना विकास कर लिया है। मगर इस इलाके का विकास भगवान भरोसे छोड़ दिया है। इस इलाके में एक विशेष समुदाय के लोग आ कर बस रहें हैं। जो झारखंड के एक विशेष स्थान से ताल्लुक रखते हैं और जिनका काम चोरी, पॉकेटमारी ही है, लेकिन एक विशेष राजनैतिक संरक्षण प्राप्त होने के कारण इनको सह मिला हुआ है। जिसके कारण पुलिस महकमा इस और ध्यान नहीं देता है। कभी यहाँ मंदिरों के दान पेटी तक को नहीं छोड़ा जाता है।तो हर कुछ दिन बाद किसी न किसी बंद तो किसी परिवार रहते घर से पानी के मोटर आदि की चोरी होते रहती है। लेकिन फिर भी यहाँ जीने और रहने के लिए मजबूर हैं लोग। कुछ दिन पहले यहाँ सैलेन मंडल और बाराबनी के ज्वाइंट विडिओ वैशाली टुड्डू के यहाँ चोरी हुई थी। बुधवार की रात राजेश कुमार राम और राजीव कुमार राम के बंद पड़े मकान से चोरों ने पानी के मोटर, पंखे, टीवी इत्यदि कीमती सामान को हांथ साफ कर दिया है।
उन्होंने बताया कि इस इलाके में और यहाँ स्थित फैक्ट्रियों और डीवीसी सब स्टेशन में चोरी होना आम बात हो गई है। जबसे पुलिस विभाग ने इस और पेट्रोलिंग करना बंद कर दिया है। शाम होते ही इस इलाके के सुनसान सड़कों और खाली मैदानों में नशेड़ियों का अड्डा जम जाता है। यहाँ तक कि औरतों बच्चों का निकलना तक दूभर हो जाता है।
कन्हैया कुमार राम