देश ने भले ही स्वच्छता अभियान का बिगुल फूँक दिया हो लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। भाटपाड़ा क्षेत्र के जलेबी मैदान स्वच्छता अभियान की उस हकीकत को बयान करती है जिसकी कल्पना भी नहीं किया जा सकती । बताते चलें कि जगद्दल से आर्य समाज को जोड़ने वाली सड़क के मध्य जलेबी मैदान है। इसी मैदान के संलग्न जगद्दल एंग्लो इंडियन विद्यालय है तथा हनुमान जी का एक मंदिर है।
इसी मैदान में इस इलाके के कचरे को डंप किया जाता है। इस इलाके को पार करने के लिए मुँह पर कपड़ा रखना अनिवार्य है अन्यथा दुर्गंध से आपकी स्वास्थ्य भी खराब हो सकती है।
इस कचरे के इर्द-गिर्द घनी बस्तियाँ भी है। इस कचरे का दुर्गंध और बारिश का पानी से पूरे सड़क की हालत ऐसी हो जाती है जिस पर चलना बीमारियों को आमंत्रित करना है, उस पर से पास में ही एक स्कूल भी है । स्कूल तो फिलहाल बंद है लेकिन यह सब बहुत पहले से हो रहा है ।
सवाल यह है कि इतनी बड़ी आबादी वाले स्थान में कचरे को डंप करना क्या स्कूली बच्चों और जन समुदाय के खिलवाड़ नहीं है? भाटपाड़ा नगर पालिका को इस कचरे के ढेर को कहीं और डंप करने का उचित बंदोबस्त करना चाहिए ताकि स्कूली बच्चों और इसके इर्द गिर्द रहने वाले आम जनता को स्वास्थ्य की परेशानी ना हो।