पाण्डेश्वर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कोयला चोरी की घटना हो रही है । पुलिस और सीआईएसएफ़ की निष्क्रियता के बावजूद प्रबंधन अपने स्तर से लगातार कोयला जब्त कर रही है ।
गुरुवार सुबह अपर महाप्रबंधक एके सिंह को खबर मिली कि बाजारी परियोजना के खदानों से डंपरो से कोयला उतार कर आरसोल के कमनियुटी हाल के पास इकट्ठा किया जा रहा है और उसे तस्करी के लिये बाहर भेजने की तैयारी है। खबर मिलने के एजीएम ने विभागीय सुरक्षा अधिकारी एसके मिश्रा को अपनी टीम के साथ बुलाने के बाद एजीएम ने सीआईएसएफ को बुला लिया और भारी मात्रा में कोयला जब्त हुआ । इससे पहले भी एजीएम के सूचना पर विभागीय सुरक्षा विभाग ने 33 टन, 55 टन , 20 टन अलग अलग दिनों में कोयला को जब्त किया था ।
एजीएम एके सिंह ने कहा कोयला चोरी पर अंकुश लगाने की जरूरत है , हमारे सभी जगहों पर मुखबिरो की तैनाती हुई है , जैसे ही कोई गलत कार्य करते है सूचना मिल जाती है और प्रबंधन कार्यवाही शुरू कर देता है । आज भी लगभग 10 टन कोयला को जब्त किया गया है और आगे भी अवैध कोयला के खिलाफ़ प्रबंधन की करवाई जारी रहेगी ।
पुलिस को कोयला चोरी की जानकारी क्यों नहीं मिल पाती है ?
जिस तरह प्रबंधन अपने गोपनीय सूत्रों के आधार पर चोरी का कोयला जब्त कर रही है ऐसे में एक सवाल उठता है कि आखिर पाण्डेश्वर पुलिस को इन चोरियों की जानकारी क्यों नहीं मिल पाती है । प्रबंधन मुखबीरों के आधार पर कोयला जब्त कर रही है तो पुलिस के पास ऐसे मुखबिर क्यों नहीं है?