दुमका उपचुनाव में बीजेपी के स्टार प्रचारक एवं राष्ट्रीय उपाधयक्ष रघुवर दास के द्वारा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एवं शिबू सोरेन को गाली देने के विरोध में वसुंधरा होटल में जेएमएम के द्वारा प्रेस वार्ता रखा गया, जिसमें विशेष रूप से व्यवसाई प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अमितेश सहाय, ज़िला सचिव पवन महतो, मदन महतो और केन्द्रीय सदस्य सह ज़िला प्रवक्ता डॉ० .नीलम मिश्रा शामिल थे ।
अमितेश सहाय ने पलटवार करते हुए कहा कि दुमका बरमो उपचुनाव कि हार का अहसास भाजपाइयों को हो चुका है जिसके कारण हमारे शीर्ष नेता को गाली गलौज कर रहे हैं, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि जमशेदपुर से क्षतिसगढ़ के लिए डायरेक्ट ट्रेन है, पकड़ने के लिए तैयार रहें ।
प्रवक्ता नीलम मिश्रा ने कहा कि सत्ता खोने का मलाल और बेरमो,दुमका कि सीट पाने की ललक इन्हें इतना नीचा गिरा दिया है कि अपने आपा खोकर बदतमीजी पर उतर आए है, रघुवर दास जी भूल रहे हैं कि इनकी यही बदतमीजी लोगों के लिए नागवार गुजरी और झारखंड की जनता ने मुख्यमंत्री की कुर्सी से इन्हें खींचकर फेंकने का काम किया और सत्ता तो दूर अपना विधानसभा भी इन्हें बचा पाना मुश्किल कर दिया । रघुवर दास यह गाली हेमंत सोरेन और झारखंड के पितामह आदरणीय गुरु जी को नहीं बल्कि पूरे झारखंड वासियों को दिया है, क्योंकि झारखंड की जनता ने पूरे बहुमत के साथ झारखंड का बाग डोर हेमंत सोरेन जी के हाथ में सौंपने का काम किया है इस लिए यह गाली पूरे झारखंड के लोगों को देना इनके लिए हानिकारक साबित होगा । झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने आदर्श और शालीन व्यवहार के लिए जानी जाती हैं लेकिन बीजेपी का दुर्व्यवहार और बदतमीजी हम झारखंड वासियों को विवश कर देगा और हमारी विवशता इन्हें झारखंड छोड़ने पर कंही मजबूर ना कर दे ।
उन्होंने कहा शर्म की बात है कि ऐसे स्तर के लोग बीजेपी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर आसीन है इसी से बीजेपी का राजनीतिक स्तर और मानसिक सोंच एवं विचारधारा स्पष्ट होता है कि यह लोग किस प्रकार की गंदी राजनीति और गंदी व्यवहार के माध्यम से अपने आने वाले पीढ़ियों को नीचता का शिक्षा और ज्ञान देने का काम कर रहे हैं । रघुवर दास जी का अगर मानसिक संतुलन खो चुके है तो उनकी जगह पागल खानों में होना चाहिए ना कि चुनाव प्रचार प्रसार में इनकी अहम भूमिका। अगर भाजपाई अपने व्यवहार से बाज ना आई तो हम लोग भी अपनी आपा खोने के लिए मजबूर हो जाएँगे।
उन्होंने कहा आप ये गाली पूरे झारखंड वासियों को दे रहे है , क्योंकि झारखण्ड की जनता ने ही अपनी सरकार चूनी है। बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा ,लुइस मरांडी, कहाँ छिपे बैठे है, इन्हें संभाले नहीं तो. हम तो डूबेंगे सनम, तुमको भी ले डूबेगें, सार्थक होता दिखेगा।