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देश की एकता अखण्डता और संस्कृतियों का स्तंभ है आदिवासी समाज-विधान उपाध्याय

सालानपुर । नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती और मिदुन (बंधना पर्व) के अवसर पर मालबोहाल सिद्धू-कान्हू स्पोर्टिंग क्लब के तत्वाधान में रविवार को आदिवासी समाज द्वारा नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम मालबहाल फुटबॉल मैदान में आयोजित किया गया।

समारोह में मुख्य अतिथि रूप में बाराबनी के विधायक विधान उपाध्याय, जिला परिषद के विभागाध्यक्ष मोहम्मद अरमान, सालानपुर ब्लॉक तृणमूल महासचिव भोला सिंह एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मरंगबनी नायक नाइका बाबा बुधन हेब्रम उपस्थित थे। इसके अलावा क्षेत्र के मालबोहाल, तबाड़ीह, कुंडलपाडा, जोडबाड़ी, नतुनबस्ती, हलुदकनाली आदि गाँव के आदिवासी कार्यक्रम में उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में उपस्थित बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने कहा कि आदिवासी भाइयों द्वारा प्रति वर्ष बंधना पर्व पर भव्य कार्यक्रम को आयोजित किया जाता है। मैं व्यक्तिगत रूप से आदिवासी समाज के हर कार्यक्रम में उत्सुकता से शामिल होता हूँ, आदिवासी समाज देश की एकता अखण्डता और संस्कृतियों का स्तंभ है। इस समाज में भेद भाव उच नीच, छोटा बड़ा जैसे कुरीतियों के लिए कोई स्थान नहीं है, आदिवासी नृत्य और सांस्कृतिक आयोजनों में देश की असली भारतीयता झलकती है। देश की पर्यावरण को संरक्षित रखने में आदिवासी समाज का बहुमूल्य योगदान है ।

Last updated: जनवरी 24th, 2021 by Guljar Khan