कोरोना का भय इतना की जहाँ आज लोग एक दूसरे से हाथ मिलाना तक छोड़ चुके है, सरकारी तंत्र भी लोगों से दूरी बनाकर ही अपना कार्य कर रहे है । ऐसे में आज कोरेंटिन में रह रहे शरणार्थियों के समक्ष खाना परोसना मानों शेर को खाना खिलाने जैसा है । कोई भी आज संक्रमण का खतरा मोल लेना नहीं चाहता है ।
ऐसे में रूपनारायणपुर के तिवारी परिवार डर और भय से परे कोरेंटिन शरणार्थियों को खाना परोस कर मानवता की अलख जगा रहे है । जिसमें रूपनारायणपुर के सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष तिवारी और परितोष तिवारी की सराहनीय भूमिका है । बुधवार की देर संध्या मैथन युवा आवास में शरणार्थियों के लिए खाना लेकर पहुँचे परितोष तिवारी, आशुतोष तिवारी और सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष महजन ने सभी शरणार्थियों को आदरपूर्वक पूरी, सब्जी और मिठाई परोसा गया, साथ ही कोरेंटिन में रह रहे एक मासूम बच्चे के लिए प्रतिदिन 500 एमएल दूध और बिस्कुट उपलध कराने की बात कही है।
सामाजिक कार्यकर्ता पारितोष तिवारी ने कहा कि मजबूर और असहाय की सेवा करना महाधर्म है, मैं और मेरे परिवार द्वारा जितना भी संभव हो सके निरंतर सेवा करता रहूँगा, इस फेहरिस्त में रूपनारायणपुर के सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष महजन ने भी मानवता की मिसाल कायम करते हुए क्षेत्र के दर्जनों भिखारियों को रूपनारायणपुर में आसियाना उपलब्ध कर प्रतिदिन स्वयं भोजन बनाकर उन्हें परोश रहे है ।
सभी शरणार्थियों को सुबह की नास्ता चाय, दोपहर भोजन, और रात का खाना उपलब्ध किया जा रहा है । सुभाष महजन ने बताया कि सभी शरणार्थियों को सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए रखा गया है । साथ ही सभी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है ।