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मिशन मोदी अगेन दल द्वारा डेको आउटसोर्सिंग कम्पनी में 30 सितंबर से चक्काजाम करने के लिए कस चुकी है कमर

लोयाबाद। मिशन मोदी अगेन पीएम 30 सितंबर को निचितपुर कोलियरी में संचालित डेको आउटसोर्सिंग का चक्का जाम करने के लिए कमर कस चुकी है। अगेन पीएम के जिलाध्यक्ष राजेश गुप्ता अपने समर्थकों के साथ सोमवार को बाँसजोड़ा में प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि बीसीसीएल प्रबन्धन व आउटसोर्सिंग कम्पनी यहाँ करीब आठ महीने से परियोजना चला रही। बिना मुआवजा रैयतों की जमीन खोद दी गई। आदिवासी एवं सीएनटी सहित अन्य रैयत शामिल है। ये आदिवासी एवं सीएनटी एक्ट का भी उल्लंघन है। जबरन यहाँ आदिवासी और सीएनटी रैयतों की जमीन हड़पी जा रही। आवजा उठाने वाले को धारा 144 एवं निषेधाज्ञा का कानून डर दिखाया जा रहा। जबरन विभिन्न थानों में 107 कर दिया जा रहा।ये लोकतन्त्र की हत्या है।

राजेश ने कहा कि उनका खुदका 2 एकड़ 48 डिशामिल जमीन है। रामचरित्र पासी का 2,95 एकड़, विजय महतो का 2,64 एकड़ एवं 5,50 एकड़ जमीन मांझी का है। कुल 13,5 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से परियोजना चलाया जा रहा है। ये सभी रैयत मिशन मोदी अगेन पीएम से न्याय की गुहार लगाई गई।इसी आधार पर कम्पनी सहित सभी संबंधित अधिकारियों को करीब 6 माह पहले पत्र प्रेषित की गई। लेकिन सब जगहों से अनसुना किया गया। आखिर अब रैयतों के पास चक्का जाम के अलावे चारा किया है। प्रेस वार्ता में संतोष सिंह संजय चौधरी चंदन यादव बलराम चौहान कृष्ना सिंह सीएनटी सिंह आदि शामिल थे।

ज्ञात हो कि 30 सितंबर को तीन दलों द्वारा कम्पनी का चक्काजाम करने की चेतावनी दी गई है। इसमें आजसु सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के समर्थक, गडरिया विस्थापित संघर्ष मोर्चा, मिशन मोदी अगेन पीएम शामिल है। यहाँ धारा 144 भी लागू है। बावजूद सभी दल अपने इस चक्काजाम आंदोलन पर अडिग है।अब देखना है कि 30 सितंबर को निचितपुर परियोजना का हाल व पुलिस की भूमिका क्या होती है।

Last updated: सितम्बर 28th, 2020 by Pappu Ahmad