कल्यानेश्वरी। कल्यानेश्वरी क्षेत्र की कोदोभीटा से महेशपुर तक फैली इंडस्ट्रीज क्षेत्र के पास आज तक अपनी सड़क नहीं है।
सरकारें बदली किन्तु सूरत आज भी वही है। माकपा साशन काल में स्थापित इस औधोगिक क्षेत्र को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए दुर्भाग्यवश क्या? सरकार के पास कोई योजना नही है।
यह सड़क को अब सड़क या रास्ता कहना भी अन्याय ही होगा, चुकी मार्ग ने अब तालाब का रूप धारण कर लिया है।
इतने बड़े बड़े गड्ढे की आप गिनते गिनते थक जाएंगे। इस मामले में सरकारी तंत्र अंधी तो उधोगपति घराना मौन है।
अलबत्ता सड़क पर सबसे अधिक दुर्घटना और असुविधा यहाँ काम करने वाली मजदूरों को हो रही है।
प्रतिदिन कोई न कोई इन गड्ढों में गिरकर घायल हो जाता है। फैक्ट्री जाने वाली वाहनों को भी भारी समस्या हो रही है।
कई वर्षों से इस सड़क बनाने की मांग उठ रही है किंतु कोई सकारात्मक पहल नही हो सका।
इस मार्ग पर इम्पेक्स फैरो, बीएम स्टील, सिटी स्टील, जगदम्बा इस्पात, अंजनिया स्टील, फायर ब्रिक्स समेत अन्य कई फैक्टरियां है, जिससे राज्य सरकार को करोड़ों रुपए (राजस्व) की आमदनी होती है, फिर भी सौतेला व्यवहार क्यों?
हालांकि देंदुआ पंचायत अंतर्गत नकडाजोड़िया औद्योगिक क्षेत्र को जाने वाली मार्ग का भी यही हाल है।
सच्चाई यह है कि माकपा की 35 वर्ष और वर्तमान सरकार की तत्कालीन वर्षों में भी यहाँ की इंडस्ट्रीज को आज तक सड़क नही मिल सका।