रानीगंज । रानीगंज के लाइफ लाइन एन एस बी रोड, एन एच 60 ,की जाम पुणे एक बार समस्या का कारण हो गया है। दूसरी दफा में इस रोड पर कल्वर्ट बनाने का काम फिर से शुरू हुई है प्रथम चरण में दुर्गा पूजा के पहले तक आधे पुल का निर्माण कर छोड़ दी गई थी।,स्थिति यह है कि समय पर कोई भी ना तो दफ्तर पहुँच सकते हैं ना अपने निर्दिष्ट ठिकानों पर ।
इस रोड के शिशु बागान मोड़ पर 3 महीने पहले हुए धँसान की वजह से सड़क पर बने एक विशाल गड्ढा के पश्चात बीडब्ल्यू सी द्वारा रास्ता मरमम्त का कार्य कई दिनों से चल रही है, जिसकी वजह से दिन भर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती है।, लोगों को इस रास्ते से गुजरने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है . हालांकि सड़क के मरम्मत कार्य तो की जा रही है,पर आरोप है कि यह मरमम्त कार्य काफी धीमी गति से की जा रही है,यही स्थिति रही तो मात्र 40 फ़ीट इस सड़क की मरम्मत में 40 दिनों से अधिक समय लग जायेगी.। आसनसोल नगर निगम के इंजीनियर इंद्रजीत कुमार के ने कहा कि काम तेज गति से ही की जा रही है । दर्शन जिस जगह पर कल्वर्ट बनाने की काम चल रही है वह एक ऐसे पॉइंट पर है जिसकी वजह से पूर्ण रूप से काम को करना थोड़ी कठिनाई अवश्य हो रही है। यह भी आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस योजनाबद्ध तरीके से नियंत्रण नहीं कर रही है जिसकी वजह से जाम की समस्या बढ़ते जा रही है। हालांकि ट्रॉपिक पुलिस कहते हैं की किस जगह का सिचुएशन ही कुछ इस प्रकार की है हम लोगों ने जहाँ मात्र एक ट्रैफिक पुलिस से नियंत्रित होता था आज वहाँ 6 ट्रैफिक कर्मी को लगाई गई है ।
आज लोग इस समस्या से सत्रस्त है, पर शहर में प्रवेश करने का और दूसरा रास्ता नहीं है। लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि बड़े वाहनों का आवागमन पर प्रतिबंध दिन में लगा दी गई है,इस सड़क पर छोटे वाहनों के साथ-साथ नेशनल हाईवे 60 होने के कारण बांकुड़ा पुरुलिया,ओडिशा ,आदि जाने का मार्ग होने के कारण वाहनों का आवगमन भी इसी रास्ते पर है। रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष आर पी खेतान ने कहा कि इस मार्ग को आनन-फानन में राष्ट्रीय राजमार्ग तत्कालीन सरकार ने बना दी थी लेकिन यह अस्थाई था हम लोगों ने अनेकों दफा इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग की दर्जा से हटाने की मांग करते रहे हैं और वैकल्पिक बायपास रास्ते को चुस्त-दुरुस्त करके चालू करने की मांग की है यह मान हमारी पुरानी है लेकिन हम लोगों की बात को नजरअंदाज कर दी जाती है और आज जो स्थिति पहले से इसकी खराब है और ऐसे निर्माण के समय स्थिति और भी खराब हो गई है सूत्रों के मुताबिक दो दशक पहले माकपा की सरकार थे और तत्कालीन मंत्री बन सो गोपाल चौधरी ने आनन-फानन में इस राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित करवा दिया था और तब से एनएसबी रोड पर दबाव बढ़ता गया। आज स्थिति यह है कि इस रोड पर जाम आम बात है जबकि मैं जितेंद्र तिवारी के पहल पर इस रास्ते को 6 फुट चौरई करण की गई है। फुटपाथ को सुसज्जित तरीके से बनाई गई है लेकिन इस मार्ग की अतिक्रमण भी बड़ी समस्या है जिस पर कार्यवाही करने में वर्तमान पुलिस प्रशासन वह प्रशासन भी विफल है।