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आग निकलने वाली बोरहॉल और रेलवे लाइन का अधिकारियोंं ने किया निरीक्षण

लोयाबाद रेलवे अधिकारियों की टीम ने बुधवार को बांसजोड़ा 12 श्रमिक कालोनी स्थित आग निकलने वाली बोरहॉल और रेलवे लाइन का निरीक्षण किया। वहीं दूसरी ओर बांसजोड़ा कोलियरी प्रबंधन द्वारा बोरहॉल में सोडियम सिलेक्ट का घोल व बालू डाला गया। हालांकि मंगलवार की रात में बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा पानी डाले जाने के बाद से आग और गैस का रिसाव बंद है। सिनियर डिवीजनल इंजिनियर राकेश कुमार के नेतृत्व में रेलवे की टीम बांसजोड़ा पहुँची। पहले बोरहॉल का निरीक्षण किया। लोगों से इस संबंध में जानकारी भी ली। जमीनी आग को नियंत्रण में रखने के बनाया रेलवे लाइन के दोनों किनारों में बनाया गया बोरहॉल को देखा।

बोरोहाल और रेलवे लाइन की दूरी की मापी की गई।


बोरोहाल और रेलवे लाइन की दूरी पच्चीस मीटर था। पश्चिम की ओर रेलवे लाइन को देखने के बाद पूर्व की रेल लाइन को भी देखा। करीब आधा किलोमीटर की दूरी तक की दोनों तरफ के रेल लाइनों की लेबल मशीन से मापी कर देखा गया कि पटरी कहाँ कहाँ दब रही है इसके अलावा जिस पुलिया के ऊपर से लाइन गुजरी है उसका भी मुआयना किया गया।

कई जगहों पर पटरियाँ दबी हुई पाई गई


वैसे उक्त स्थान पर हमेशा पटरी दबी दबी हुई हुई देखी जाती है। उन्होंने पटरियों को देख रेख करने वाले अधिकारियों को फटकार लगाते हुए एक सप्ताह के भीतर सब को ठीक करने को कहा।इधर बांसजोड़ा कोलियरी के कर्मियों के द्वारा जमीनी आग की रोकथाम के लिए उक्त बोरहॉल में पानी और सोडियम सिलेक्ट का घोल और बालू डाला गया।फिलहाल तो आग व गैस का निकलना बंद है। रेलवे अधिकारियोंं से इस संबंध में पूछे जाने पर कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। इधर कोलियरी प्रबंधक सुमेधा नंदन ने बताया कि वह क्षेत्र अग्नि प्रभावित है। कहीं से भी आग निकल सकती है। पानी और केमिकल डालने के बाद आग व गैस निकलना बंद है। रेलवे लाइन पूरी तरह से सुरक्षित है। बताते चलें कि मंगलवार की शाम को श्रमिक कालोनी स्थित बोरहॉल से आग की लपटें और गैस का रिसाव शुरू हो जाने से अफरा-तफरी मच गई थी। कोलियरी प्रबंधन द्वारा एक टैंकर पानी डाले जाने के बाद आग की लपटें निकलना बंद हो गया था। टीम में अविनिश कुमार व बसु कुमार सहित अन्य अधिकारी शामिल थे।

Last updated: अक्टूबर 13th, 2021 by Pappu Ahmad