चौपारण प्रखंड के पंचायत सिंघरावा के ग्राम हजारी धमना में मनरेगा योजना में कथित बिचौलिया और मनरेगा कर्मी के गठजोड़ से बगैर काम किए लाखों रुपए की निकासी का मामला प्रकाश में आने के बाद मंगलवार को बीपीओ गोपाल प्रसाद एवं संबंधित विभाग के जई जाँच के लिए हजारी धमना पहुँचे। साथ ही मामले में आरोप लग रहे लोगों से पूछताछ की। मालूम हो कि विभिन्न समाचार पत्रों एवं न्यूज़ चैनलों में मामलों को लेकर प्रमुखता से न्यूज़ चलाई गई थी। जिसके परिणाम स्वरूप विभाग के वरीय अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जाँच करने का निर्णय लिया है। बताते चलें कि यह बात सामने आ रही थी कि उक्त ग्राम में मनरेगा योजना में कथित बिचौलियों और मनरेगा कर्मी के गठजोड़ से बगैर काम किए ही लाखों रुपए की निकासी कर ली गई थी। इसका भंडाफोड़ करने के लिए गाँव के कुछ सामाजिक कार्यकर्ता विधायक सा निवेदन समिति सभापति उमाशंकर अकेला, उपायुक्त हजारीबाग के अलावा मनरेगा आयुक्त सहित कई वरीय अधिकारियों को शिकायत किया गया था। बाद में सच छुपाने वह अपने को पाक साफ दिखाने के उद्देश्य से आनन-फानन में काम करने का दिखावा किया जा रहा था। जिसकी वीडियो भी वायरल हुई थी, इसी का जाँच करने के लिए अधिकारी पहुँचे थे।
हजारी धमना में मनरेगा योजना में लूट की मामला उजागर होने के बाद जाँच में पहुँचे बीपीओ एवं जई
Last updated: नवम्बर 30th, 2021 by