बरही विधायक सह निवेदन समिति सभापति झारखंड उमाशंकर अकेला ने शीतकाल के दौरान कई मांगों को उठाया। श्री अकेला ने सदन में बताया कि बरही विधानसभा क्षेत्र के चौपारण प्रखंड अंतर्गत मौजा सिंघरावां बछई टीटही केवला, गंगा आहार मौजा के लगभग 22 सौ एकड़ वन भूमि है जो वर्षों से विरान पड़ा है। साथ ही इन भूमि पर भू माफियाओं की दृष्टि है।
चौपारण प्रेस क्लब अध्यक्ष हरेंद्र राणा की अगुवाई में समिति के सदस्यों ने विधायक से मिलकर सदन में बात रखने का किया था मांग
जिस पर चौपारण प्रेस क्लब अध्यक्ष सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पीएलवी हरेंद्र कुमार राणा की अगुवाई में बिरसा हरित विकास समिति के सदस्यों ने विधायक से मिलकर आग्रह करते हुए सदन में इन भूमि पर जैविक उद्यान लगाने की मांग की थी। जिसे विधायक ने आश्वासन देते हुए कहा था कि इसको प्राथमिकता के आधार पर रखते हुए कार्य किए जाएंगे। इसके साथ ही हरेंद्र कुमार राणा सहित समिति के सभी सदस्यों ने विधायक को जानकारी देते हुए मांग की थी कि चौपारण की धरती पर एक तरफ जहां जंगलों का अंबार है। वहीं दूसरी तरफ राजा गढ़ बीघा, देहर, मानगढ़ सहित अन्य स्थानों पर राजा महाराजाओं के गढ़ के नीचे करोड़ों की धन संपत्ति दबी होने का अनुमान है। जिसे पुरातत्व विभाग के द्वारा खुदाई करवाकर क्षेत्र को खुशहाल बनाने एवं विकास के पथ पर लाने का आग्रह किया था।