रानीगंज । इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के कुनुस्तोरिया एरिया के मुख्य द्वार तब्दील करके सिंह द्वार बनाने की कार्य तेज गति से चल रही थी लेकिन एकाएक आधार में बंद कर ठेकेदार के चले जाने से दुर्घटनाग्रस्त मोर बन गई है । छोटी बड़ी दुर्घटनाएं आमतौर पर होने लगी । ये अब समस्या का रूप धारणकर लिया है।
इस क्षेत्र के तृणमूल कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता मनोरंजन चटर्जी ने कहा कि जिस रूप से आनन-फानन में बाहरहाल द्वार गेट बनाने के लिए काम शुरू की गई यह जरूरी नहीं था । अभी भी जिस रूप से बनाई जा रही है यहाँ पर दुर्घटनाएं आम हो जाएगी । इसका एक कारण है कि इस मार्ग से डंपरो का आना-जाना आवाध गति से होती रहती है। दूसरी ओर वर्तमान में जिस रूप से आनन-फानन में ठेकेदार काम को आधा अधूरा छोड़ कर भाग गया है। उससे समस्या उत्पन्न हो गई है, क्योंकि आमतौर पर आवागमन में भी दिक्कत आने लगी है।
सूत्रों के मुताबिक इस मुख्य द्वार गेट को बनाने के लिए ठेकेदार ने अपने कम से कम बोली लगाकर काम को ले लिया है लेकिन स्थिति यह है कि मंहगाई चरम पर है । 12लाख के काम को लगभग 6लाख में स्वीकार कर लिया है। बालू मिल नहीं रही है । प्रबंधन सहयोग नहीं कर रही है। यही वजह है कि ठेकेदार आधा अधूरा काम को छोड़कर चला गया है । हालांकि ठेकेदार को मनाने की कोशिश जारी है।
यहाँ के सीटू नेता किशोर घटक कहते हैं कि प्रत्येक दिन एक योजना के तहत इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड को निजी करण की ओर ले जाई जा रही है। इस प्रकार के लाखों खर्च कर इस द्वार बनाने की बाहर हाल जरूरी नहीं था ।आज जरूरी है नुकसान में चलने वाले कोलियरी को ऊर्जावान बनाने की, उत्पादन बढ़ाने की, संसाधन बढ़ाने की लेकिन इस दिशा पर ध्यान नहीं है। ऐसे द्वार के माध्यम से मात्र सेंट्रल गवर्नमेंट अपना तस्वीर चमकाना चाहती है। हालांकि कनु स्टोरिया एरिया के महाप्रबंधक कार्यालय के कोई भी अधिकारी अपना मन तब नहीं दिए। महाप्रबंधक नहीं थे। लेकिन वास्तविकता यह है कि कंस्ट्रो रिया एरिया इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के प्रमुख एरिया में से एक है। उत्पादन और डिस्पैच के साथ-साथ कार्य संस्कृति के लिए अपना सुनाम अर्जित की है बाहर हाल घाटे के दौर से यह एरिया गुजर रही है। समय बताएगा कि यह सिंह द्वार क्या इस एरिया के मर्यादा को लौटाने में अपनी चमक दिखाएगी।