एसएसपी संजीव कुमार ने बताया कि जेल में बंद अमन सिंह का गुर्गा सद्दाम, चावल कारोबारी भोलू यादव, विजय गर्ग और हुमायूं ने रंजीत साव की हत्या की साजिश रची और बाहर से दो शूटर को बुलवा कर हत्या करवाई. अमन सिंह का गुर्गा सद्दाम जेल में था. अवैध पीडीएस चावल के कारोबार के आरोप में भोलू यादव और विजय गर्ग को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. वहीं उनकी मुलाकात हुई.
विजय गर्ग जेल से बाहर आ गया जबकि भोलू और सद्दाम जेल में ही बंद है. सद्दाम और भोलू यादव से जेल से ही विजय गर्ग की बातचीत होती रही. विजय ने अपने साथ हुमायूं को जोड़ा. विजय गर्ग ने एक लाख रुपया उपलब्ध करवाया. जिसमें से 70 हजार रुपया शूटर को दिया गया जबकि 30 हजार रुपया भोलू यादव के घर में दिया गया था. हुमायूं ने शूटर को हत्या के बाद बोकारो तक छोड़ा ।
Last updated: मई 15th, 2022 by