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कोरोना की चपेट में आकर बंद हुआ यह अस्पताल , डायलिसिस मरीजों को नजर आने लगा मौत

रानीगंज (प० बर्धमान, प० बंगाल )।  रानीगंज के आनंदलोक अस्पताल में नियमित रूप से डायलिसिस करवाने वाले 25 से 30 डायबिटीज के रोगियों ने रविवार को आनंदलोक अस्पताल में जमकर हंगामा किया। उनका आरोप है कि एकाएक अस्पताल प्रबंधन ने डायलिसिस करने से इंकार कर दिया है। अस्पताल को कोविड-19 की वजह से बंद करना पड़ा है ऐसा करने से यहाँ के तमाम रोगी आखिर कहाँ जाकर चिकित्सा करवाएंगे।

डायबिटीज रोगी विनोद पासवान पांडेश्वर एवं भीमसेन कुर्मी ने कहा कि हम लोग वर्षों से यहाँ डायलिसिस करवाते आ रहे हैं और हम लोगों के लिए खर्च भी हमारे कंपनी के द्वारा की जाती है। आनंदलोक अस्पताल को कंपनी ने मान्यता भी दी है , ऐसे में हम लोग दूसरी जगह जा भी नहीं सकते । दूसरे जगहों से जब हम लोगों ने संपर्क किया या तो अधिक पैसे मांगे गए या यह बता कर हम से पल्ला झाड़ लिया गया कि हमारे पास सीट उपलब्ध नहीं है। इतना ही नहीं हम लोगों ने सीएमओ देवासी हालदार के साथ भी संपर्क किया। उनकी ओर से भी उपयुक्त जवाब नहीं मिला। यह कहा गया कि जिला अस्पताल में पहुँचकर कोविड टेस्ट करवाएं अगर नेगेटिव रहा तो हम प्रबंध करेंगे । ऐसे जटिल प्रक्रिया में हम लोगों की मौत हो जाएगी।

घटना स्थल पर पहुँचे आसनसोल नगर निगम के मेयर इन काउंसिल स्वास्थ्य विभाग दीपेंदु भगत ने कहा कि यह जटिल समस्या है। फिर भी हम लोग प्रयास करते हैं हालांकि वह भी नजर बचाते हुये नजर आए ।

अस्पताल कर्मी के कोरोना पॉज़िटिव होने के बाद बंद करना पड़ा अस्पताल , नहीं आ रहे हैं चिकित्सक

आनंद लोग अस्पताल के एक कर्मी भुना कुमार ने बताया कि अस्पताल के मैनेजर विश्वजीत माहिती के कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से उन्हें कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है । अस्पताल के ही कई नर्सिंग स्टाफ एवं मेडिकल स्टॉफ करीब बीमार है। सभी क्वारंटीन होकर चिकित्सा करवा रहे हैं। चिकित्सक अस्पताल में आ ही नहीं रहे हैं । डायलिसिस की पूर्ण व्यवस्था यहाँ है लेकिन डायलिसिस करने वाले चिकित्सक नहीं है। अस्पताल को पूरी तरह से सेंटेसाइज किया जाएगा । उसके बाद ही अस्पताल को खोला जाएगा ।

अस्पताल को आगामी 30 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है

आनंदलोक अस्पताल के प्रमुख चिकित्सक डॉक्टर दीपेंदु दास ने बड़े ही दुःख के साथ कहा कि जब से कोरोना महामारी का दौर शुरू हुआ हम लोग चिकित्सा करते रहे लेकिन इस विषम स्थिति में अब चिकित्सा करना काफी कठिन है।

रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष आरपी खेतान ने कहा कि आनंदलोक अस्पताल बहुत ही सुंदर तरीके से इस पूरे महामारी के दौर में लोगों का चिकित्सा करता रहा लेकिन आज की की स्थिति को देखते हुए बेहद दुःख हो रहा है । उन्होंने कहा कि वर्तमान स्थिति को सूचित करने के लिए जो भी संभव हो हम लोग करेंगे।

जिला चिकित्साधिकारी को भूमिका स्पष्ट करना चाहिए

इस अस्पताल को बंद करने का फैसला अस्पताल प्रबंधन ने लिया है । अभी तक जिला चिकित्साधिकारी की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं हुआ है । कोरोना महामारी के बीच जिला चिकित्साधिकारी ही इस तरह के मामले में फैसले लेते हैं लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हो रहा है ।

Last updated: अगस्त 9th, 2020 by Raniganj correspondent