धनबाद/कतरास। धनबाद जिला मुख्यालय से 28 किमी दूर बाघमारा विधानसभा क्षेत्र के चिटाही धाम का रामराज मंदिर पर्यटन का हब बनते जा रहा है। मंदिर की भव्यता व इसकी आकर्षण देखते ही बनती है। महज दो वर्ष में ही यह मंदिर अच्छी खासी ख्याति प्राप्त कर लिया है। मंदिर की लोकप्रियता ना सिर्फ धनबाद बल्कि बोकारो, गिरिडीह, हजारीबाग, चंदनकियारी के साथ-साथ पूरे झारखंड के अलावा पड़ोसी राज्य बंगाल, बिहार, यूपी तक में इसकी चर्चा है। पड़ोसी राज्यो से लोग इस मंदिर का दर्शन करने पहुँच रहे है। मंदिर के स्थापना काल से ही फरवरी माह में मेला लगता रहा है। मंदिर के सामने नदी में वोटिंग का लुफ्त भी लोग उठाते है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर जनवरी माह तक पर्यटकों का तांता लगा रहता है। अपने पूरे परिवार के साथ लोग यहाँ पहुँच कर पूजा-अर्चना कर वोटिंग का आनंद लेते है।
कैसे पहुँचे मंदिर
मंदिर पहुँचने के लिये सबसे बढ़िया विकल्प सड़क मार्ग है।धनबाद-बोकारो मुख्य मार्ग से सिनीडीह के पास से सीधे मंदिर पहुँच सकते है। धनबाद-कतरास हीरक मार्ग व कतरास-फुलारीटाड मार्ग से भी आसानी से मंदिर पहुँच सकते है।
इन इलाकों में उमड़ेगी भीड़
नये वर्ष में कतरास-बाघमारा कोयलाञ्चल में पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ती है। कतरास लिलौरी मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ती है। यहाँ पिकनिक के साथ-साथ माँ का आशीर्वाद लेने पर्यटक आते है। रामराज मंदिर चिटाही धाम में भी नव वर्ष में लोगों की भीड़ उमड़ेगी। जबकि पिकनिक स्पॉट में जमुनिया डैम भी लोगों को आकर्षित करती है।