रानीगंज। इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के तहत चलने वाली कोलियरियों का सर्वेक्षण करने कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल कंनुसटोरिया एरिया के कुनुस्तोरिया कोलियरी और बांसवाड़ा कोलियरी का सर्वेक्षण किये। उनके साथ इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के सीएमडी प्रेम सागर मिश्रा भी थे । उनके आगमन को लेकर कोविड-19 के तहत तमाम नियमों के साथ माइंस क्षेत्र को सजाई गई थी। उनके स्वागत में बड़े-बड़े बैनर बोर्ड व गेट द्वार बनाई गई थी।
कुनुसटोरिया कोलियरी पहुँचते चेयरमैन अग्रवाल का भव्य स्वागत एरिया के महाप्रबंधक अनिल कुमार सिन्हा ने किए। उनके साथ तमाम कोलियरी के अधिकारी एवं क्षेत्रीय नेता गन उपस्थित थे । परंपरा के मुताबिक उन्हें फूल का गुलदस्ता देकर तिलक लगाकर खान कर्मी अधिकारी स्वागत किया। उन्हें प्रबंधन की ओर से इस कोलियरी के ऐतिहासिक पृष्ठभूमि का जानकारी दिए उन्हें बताया गया कि यह कोलियरी काफी ऊर्जावान उत्पादन योग कोलियरी है। इसमें कई दफा दुर्घटनाएं भी हुई है ,आग भी लगी है। इसके बावजूद भी यहाँ उत्पादन वर्तमान में लगभग 300 टन हो रही है। यहाँ संभावनाएं बहुत अधिक है। यहाँ अतीत में 1500 टन कोयले का उत्पादन हुआ करता था। चेयरमैन अग्रवाल चानक की ऊपर एवं आस-पास के क्षेत्रों का मुआइना किया।
चेयरमैन ने कहा कि मैं विश्वास दिलाना चाहता हूँ कि इस कोलियरी को पूर्ण जीवित करने के लिए कोई कमी ना रहे, उत्पादन अधिक से अधिक हो उस पर हमारी कोशिश होगी, लेकिन सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगी। इसके ऊपरांत उन्होंने बांसड़ा कोलियरी का सर्वेक्षण की ओर अंत में वह कनपुरिया एरिया गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक किए। सूत्रों के मुताबिक इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के तहत चलने वाली कोयला खानों का पूरी तरह से सर्वेक्षण पिछले 2 दिनों से चल रही है।
इसके पहले वह झांझरा एरिया एवं सोनपुर बाजारी एरिया का सर्वेक्षण किए। पिछले एक दशक मैं इस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड बी एफ आई आर से बाहर आकर अपने बलबूते पर चल रही है लेकिन वर्तमान में इस्टर्न कोलफील्ड के कई क्षेत्रों में उत्पादन को लेकर समस्याएं भी उत्पन्न हुई है इन तमाम पहलुओं पर भी विशेष रूप से चर्चा की गई।