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दो दोस्तों का शव घर पहुँचते ही इलाके में मचा कोहराम

लोयाबाद अर्जुन और साहिल का शव पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को लोयाबाद छः नंबर और बीस नंबर में पहुँचते ही दोनों के परिवारों में कोहराम मच गया। दोनों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। मौजूद लोगों की भी आँखें आँसुओं से नम थी। शाम को दोनों दोस्तों का जनाज़ा व अर्थी साथ-साथ निकला। यह मंजर देख कर लोगों की आँखें आँसू से तर हो रहे थे । चारों तरफ मातम पसर गया।दोनों को लोयाबाद में दफनाया गया। लोगों को कहते देखा गया कि दोनों हमेशा साथ-साथ घुमता था और दुनिया से भी एक साथ चला गया। लोगों द्वारा परिजनों को ढांढस बंधाया जा रहा था। मालूम हो कि शुक्रवार की शाम को टुंडी के संग्रामडीह में हुई सड़क हादसा में लड्डन खान का इकलौता पुत्र साहिल खान और निर्मल पासी का पुत्र अर्जुन चौधरी की मौत मौके पर हो गई थी। साहिल को लोयाबाद कब्रिस्तान में तो वहीं अर्जुन को एकड़ा जोरिया नदी श्मशान घाट में मिट्टी मंजिल की गई।

दुःख की घड़ी संतावना देने पहुँचे गणमान्य लोग

मुस्लिम कमिटी के अध्यक्ष इम्तियाज अहमद महामंत्री मो० असलम मंसूरी व लोयाबाद चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राजकुमार महतो मौके पर पहुँच शोक संतावना परिवार को दिए और ढाँढस बंधाया। काफी अफसोस जताते हुए कहा कि यह बहुत दुःखद घटना है। इस दुःख की घड़ी में वे उनलोगों के साथ है।

मेरा एक ही सहारा था साहिल-माँ

शाहिल का जनाजा

साहिल के माता पिता का रो-रो कर बूरा हाल था। माँ दहाड़े मार मार कर रोते बिलखते हुए कह रही थी कि उसका तो एक ही सहारा था जिसे ऊपर वाले ने छीन लिया। ख्वाब देखा थी कि उसके सर पर सेहरा बांधेगी। उसके सारे अरमान बिखर गया। लोगों द्वारा समझाया जा रहा था कि उसकी हयात इतने ही दिनों का था। जिसकी अमानत थी वह उसे अपने पास बुला लिया। सब्र रखें। बाप तो एक कोने में गुमसुम बैठा था लेकिन आँखों से आंसु बह रहे थे। लड्डन खान का एक बेटा और एक बेटी थी । बेटी दो साल पहले ही आत्महत्या कर ली थी।

भगवान ने ऐसा अन्याय क्यों किया मेरे साथ:-माँ

अर्जुन की अर्थी

अर्जुन का शव घर पर पहुँचते ही परिजनों में रुदन क्रंदन शुरू हो गया। माँ बाप के साथ अन्य परिजन का भी रो-रो कर बुरा हाल था। माँ रोते बिलखते कह रही थी भगवान ने उसके साथ ऐसा अन्याय क्यों किया। अभी तो उसका बेटा जवान हुआ था। कई सपने संजोए थे।

Last updated: मई 22nd, 2021 by Pappu Ahmad