साहिबगंज। “ यास ” नामक चक्रवाती तूफान के कारण लगातार तीन दिनोऺ से हो रही बारिश के कारण जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। मूसलधार बारिश से घरों, दुकानों व सड़कों पर पानी भर गया था। पिछले 20 घंटोऺ में साहिबगंज मेऺ 175 मिलिमीटर बारिश हुई। पहाडी़ क्षेत्र के पानी निकासी के लाइन में रुकावट से शहर के निचले इलाकों में जल जमाव हो गया। मूसलाधार बारिश में शहर का सीवरेज सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया।
शहर के कई इलाकों में 6 से 8 फीट तक पानी भर गया था। अचानक घुसे पानी के कारण झरना कॉलोनी, सुभाष कॉलोनी, हबीबपुर, शास्त्री नगर, कुलीपाड़ा, कमल टोला, जिरवाबाड़ी, जयप्रकाश चौक, पंचगढ़ सहित सैकड़ों मोहल्ले के हजारों लोगों पर इसका असर पड़ा। खासकर इस बाढ़ से झोपड़ी में रहने वाले लोगों को अधिक क्षति पहुँची है। गरीबों के मुश्किल से जमा किए हुए अनाज एवं अन्य सामग्री पानी में खराब हो गई। खुद को बचाने के क्रम में लोग इधर-उधर भागने लगे और दर्जनों घायल हो गए। शहर में चीख-पुकार मच गई। लोग खुद को बचाने के साथ-साथ अपने पशुओं को भी बहुत मुश्किल से पानी से बाहर निकाल रहे थे। लोगों को जहाँ जगह मिली वहाँ शरण लेना पड़ा। कई लोग तो छत पर शरण लेते दिखे। जिनके खुद के पक्के मकान नहीं थे, वे अपने पड़ोसी के यहाँ शरण लिए रहे। पहाड़ों का पानी अचानक बहुत तेज बहाव से शहर में प्रवेश करने लगा, जिसके कारण कई दीवारें गिर गई। झरना कॉलोनी के रेलवे क्वार्टर, साहिबगंज कॉलेज व बंद दुकानों में बारिश का पानी घुस गया। फल व सब्जी उगाने वाले कृषक भी इससे बहुत प्रभावित हुए हैं। उनकी खेती चौपट हो गई हैं।
यह भयानक मंजर सिर्फ इस बार की बात नहीं है बल्कि हर वर्ष बारिश के मौसम में इस जिले का यही हाल रहता है और लोगों को बहुत मुश्किलें उठानी पड़ती है। सवाल उठता है आखिर कब तक? प्रशासन को इसका कोई न कोई समाधान तो ढूंढना ही होगा।