चित्तरंजन। रेल नगरी चितरंजन में मंगलवार की संध्या एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है।
दुर्गापूजा के पंचमी के दिन जहाँ चारों और उत्साह का माहौल है, वही रेलवे आवास से रेलकर्मी का संदेहास्पद मौत के बाद पुलिस ने शव बरामद किया है।
घटना संध्या लगभग सात बजे चित्तरंजन एरिया-5 के स्ट्रीट नंबर 37 स्थित रेलवे आवास संख्या 41/ए की है। जहाँ आवास के शौचालय से रेलकर्मी ओमप्रकाश वाल्मिकी(55) का शव बरामद हुआ, मृतक का चेहरा पानी के टब में डूबा हुआ था।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही चितरंजन थाना की पुलिस और आरपीएफ मौके पर पहुँचकर शव को बरामद किया और चित्तरंजन केजी अस्पताल ले गए।
पूरे प्रकरण में वाल्मिकी समाज ने घटना को लेकर हत्या की आसंका जाहिर की है। जहाँ उन्होंने बताया कि मृतक ओमप्रकाश
शाम को वाल्मिकी समाज के लोगों के साथ बाजार से घूमने गए थे, जिसके बाद वह लौटकर अपने आवास पर आ गए ।
ओम प्रकाश वाल्मिकी की पीठ और हाथ पर चोट के निशान हैं, इसलिए पूरा प्रकरण हत्या की और इशारा करता है। क्योंकि ओम प्रकाश वाल्मिकी के गले से सोने की चेन औऱ मोबाइल फोन भी गायब है।
बाल्मीकि समाज ने कहा कि प्रशासन यदि सात दिनों के अंदर मामलें का पटाक्षेप नही किया तो हमलोग आंदोलन को बाध्य होंगे।
मृतक ओमप्रकाश वाल्मीकि मूल रूप से उत्तर प्रदेश हाथरस का रहने वाला बताया जाता है, वह चिरेका के पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट में कार्यरत था, एवं चिरेका के आवास में अकेला ही रहता था, जबकि पूरा परिवार गाँव मे ही रहता है।
वही घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई है। वही पूरे मामले को लेकर चित्तरंजन पुलिस जाँच में जुट गई है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शव के अंत्यपरीक्षण के बाद ही मौत के सही कारण का पता चल सकेगा।