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कोल कर्मी की हुई संदेहास्पद मौत , मुआवजा एवं नियोजन की मांग को लेकर उत्पादन रहा ठप

बीसीसीएल सीवी एरिया के दहीबाड़ी परियोजना में सुरक्षा गार्ड कलाई मुंडा 57 की संदेहास्पद मौत हो गयी। उसका शव चेकनाका के शेड में झूलता पाया गया। इधर नियोजन की मांग को लेकर सोमवार को संयुक्त मोर्चा ने परियोजना का उत्पादन ठप कर धरने पर बैठक गया। फिलहाल अभी तक फैसला नहीं हो पाया है।

जानकारी के अनुसार दहीबाड़ी परियोजना में सुरक्षा गार्ड कलाई मुंडा के कल्याण चक स्थित चेकनाका में कार्य कर रहे थे। वही उस दौरान लोडिंग बाबू शिव नाथ बाउरी एवं शफीक अंसारी ट्रांसपोर्टिंग नहीं होने के कारण करीब 9 .30 बजे दोनों चले गये। लगभग 10 बजे लोडिंग गार्ड इंद्रदेव पासवान कार्य स्थल पर पहुँचे तो उसने देखा की कलाई मुंडा का शव शेड पर लटक रहा है। वह भागते हुए कार्यालय की ओर गया और सबको जानकारी दी । घटना की सूचना पुलिस को दी गयी ।

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन  संयुक्त मोर्चा ने पुलिस को शव उठने नहीं दिया। सुबह नियोजन एवं गंभीर दुर्घटना का लाभ को लेकर मांग को लेकर परियोजना का उत्पादन ठप कर दिया और धरने पर बैठ गये। मोर्चा के कहना है कि गार्ड की हत्या लोहा चोरों ने की है। प्रबंधन फैटल दुर्घटना का लाभ के साथ तत्काल नियोजन दे। लेकिन प्रबंधन नहीं माने। उसका कहना था कि तत्त्काल नियोजन दिया जाय। शव को देख कर कोई भी कह सकता है कि सुरक्षा गार्ड ने फांसी नहीं लगाई । उसे हत्या लटकाया गया है। जिस शेड के बांस पर रस्सी बांधा गया है। मृतक का पैर जमीन से सटा हुआ था। पुलिस भी इसे संदेहास्पद मौत मान रही है। मृतक का गमछा उसके कंधे पर सही सलामत है।

मौत के समय छटपटाहट की कोई निशान जमीन पर नहीं है। फिलहाल फैसला ही होने के कारण आंदोलन जारी है। लोग गार्ड के मौत को संदेहास्पद इसलिये मान रही है कि कोलाई का पूरा पैर जमीन से सटा हुआ था और गले में गमछा व सही सलामत था। लेकिन शरीर पर कोई निशान नहीं थे। ना ही मृतक ने जैसा होता है अंतिम समय में बचाव के प्रयास के या छट पटाहट के ही कोई निशान जमीन पर नही पाये गये।इधर मामला नही सलटने के कारण प्रबंधन ने संयुक्त सलाहकार समिति की बैठक बुलाई है।

पंचेत ओपी प्रभारी उमेश मांझी का कहना है कि संदेहास्पद मामला तो लगता है लेकिन पोस्टमार्टम के बाद ही हकीकत का पता चल पायेगा। इस दौरान चिरकुंडा पुलिस व सीआईएसएफ मौजूद थे।

इस दौरान बोदी हांसदा, बबलू दास,कृष्णा राम, दयामय उपाध्याय, संतोष सिंह, उस्मान खान, नोगेन महतो, गुलाब यादव, ठाकुर मांझी, विश्वजीत बाउरी, दास सोरेन, राजेन्द्र महतो, एकराम अंसारी, श्यामल रविदास,कलाम अंसारी,दुलाल भंडारी, योगेश राजभर, राज किशोर मुर्मू, कैलाश महतो, सपन राय, रोबिन पाल, बिरजू दे, टीएन पांडे, एजीएम एमएस दूत, अभिकर्ता यूसी मंडल, एपीएम विद्युत शाहा, कार्मिक प्रबंधक एनके सिंह, सुभम सहित अन्य उपस्थित थे।

Last updated: मार्च 2nd, 2020 by Sanjay Burman