सुरते हाल ( प्योर बोर्रागढ़ में बनी नई नवेली छठ घाट तालाब की)
Arun Kumar
अगर विकास का यही पैमाना हैँ तो धन्य हैँ यहाँ की जनता जो की मुकदर्शक बनकर इस विकास को देख रही हैँ और चरणस्पर्श हैँ यहाँ के जनप्रतिनिधि का भी जिनकी मौन सहमति इन जैसे विकास करने वालों के लिए किसी ढाल से कम नहीं हैँ जी हाँ हम बात कर रहे हैँ प्योर बोर्रागढ़ में एकमात्र नई नवेली बनी छठ घाट के तालाब की जो की अपने अंदर एक दिन भी पानी नहीं रख सका हैँ और इस तालाब की अगर इतिहास का अवलोकन करे तो विगत 15 वर्ष पूर्व से यह तालाब बना जिसमें की सीढ़ियों का ही निर्माण हुआ तथापि अथक प्रयास के पश्चात इसी सप्ताह में यह तालाब का ढलाई का कार्य संपन्न हुआ और आज ज़ब हमारे टीम के पत्रकार इस छठ घाट का निरिक्षण करने पहुंचे तो कैमरा सब कुछ कह गया जबकि कल ही देर रात काफी बारिस हुई हैँ किन्तु तालाब की स्थिति से आप अंदाजा लगा सकते हैँ कि कैसे इस छठ के तालाब को निर्माण किया गया होगा जबकि अगर इसी को विकास कहते हैँ तो पहले भी यही हाल तालाब का था तो फिर इसको बनाने से किया फायदा हुआ ये तो जनता ही बताये या कौन हैँ जिम्मेवार इसका जो की विकास के नाम पर केवल थूक पोलिस करते हैँ और छोड़ देते हैँ ये बोलकर की कोई कुछ नहीं बोलेगा तो एक बात तो यहाँ यह साफ हो जाती हैँ कि अगर ऐसे ही विकास होती हैँ तो इस विकास का किया फायदा????????