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ईसीएल के नई ऑनलाइन तकनीकी वेबसाइट प्रक्रिया के विरोध में सप्लायरो ने एकजुट होकर कोल्ड फील सप्लायर एसोसिएशन का गठन किया

ईस्टर्न कोलफील्ड क्षेत्र के सप्लाईरोने आज बांकोला एरिया स्टोर के बाहर ईसीएल के नई ऑनलाइन तकनीकी वेबसाइट प्रक्रिया के विरोध में आज एकजुट होकर सप्लायरो ने कोल्ड फील सप्लायर एसोसिएशन का गठन किया और आगामी 20 मार्च को रानीगंज मैं आयोजित होने वाली समारोह में विधिवत एसोसिएशन की स्थापना और योजना की घोषणा करेंगे ।

उपस्थित सदस्यों का कहना था कि ईसीएल के गठन के पश्चात से हम लोग यहाँ पर सप्लाई करते रहे हैं स्थानीय सप्लायर प्रकाश बर्नवाल ने बताया कि एक समय था जब हम लोग एजेंट एवं मैनेजर के माध्यम से कोलियरियों में सप्लाई किया करते थे ।

आज कोलियरी का काम क्षेत्रीय कार्यालय के माध्यम से की जाने लगी । बड़े-बड़े धारणाओं के लिए एवं उन बड़े उद्योगों के लिए इनके पास कोई नियम नहीं होता । आज हम लोग मात्र 200000 तक के सप्लायर ऊपर जिस रूप से आघात किया जा रहा है। इसका बहुमुखी नुकसान है ।

वही मलय कुमार ने कहा कि ऐसे छोटे छोटे सप्लायर ऊपर जिस रूप से वेबसाइट के जरिए आघात एवं बड़े व्यापारियों को लाभ पहुँचाने की कोशिश की जा रही है इसका खामियाजा सभी को भुगतना होगा की।

वहीं रूनु बाजपेई ने कहा कि ईस्टर्न कोलफील्ड के कोलियरी ओं में नियमित रूप से हम लोग काम करते हैं इतना ही नहीं जब भी कोई आपदा होती है दुर्घटनाएं होती है वैसे घड़ी में हम लोग ही तन मन धन से काम करते हैं । आज जिस रूप से अफसरशाही कुछ निजी कंपनियों को सहयोग करने की योजना चलाई जा रही है। यह ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के लिए उचित नहीं।

प्रदीप महतो ने कहा कि के ईसीएल के अधिकांश कोलियरी ओं में बड़े बड़े घरानों को सुनियोजित तरीके से नियोजित की गई । निजी करण की ओर पूरे ईसीएल को ले जाया जा रहा है । गुणवत्ता को दरकिनार कर दी गई है। ऐसे में हम लोगों को संगठित होना जरूरी है और वास्तविक चित्रण को देश के सामने लाना होगा।

हजारों की संख्या में भूगर्भ खानों में श्रमिक काम करते हैं वह भी इस क्षेत्र का उनके बच्चों के पास कामकाज नहीं है ऐसे में न तो उनके जिंदगी से खिलवाड़ करने देंगे और ना ही इस क्षेत्र को बर्बाद होने देंगे।

गोपाल मलिक ने कहा बेरोजगारी चरम पर है बेरोजगारी रोकने में सरकार विफल है लेकिन आज जो छोटे-मोटे व्यवसाय बंद करने वाली व्यवसाई इस क्षेत्र में है उसे भी बेकार करने की योजना चलाई जा रही है।

Last updated: मार्च 17th, 2020 by Raniganj correspondent