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सुभाष चंद्र बोस स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे – मुकुंद साव

नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को हुआ था और निधन 18 अगस्त 1945 को मात्र 48 वर्ष की आयु में हुआ था। इस वर्ष पूरा भारत इनका 77वा पुण्यतिथि मना रहा है, उक्त बातें आज सुभाष चंद्र बोस जी के पुण्यतिथि के अवसर पर प्रखंड साक्षरता समिति चौपारण प्रेस क्लब के संरक्षक मुकुंद साव ने कहा कि सुभाष चन्द्र बोस एक भारतीय राष्ट्रवादी नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत की आजादी के लिए द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के सहयोग से “आजाद हिंद फौज” का गठन किया था। उनके द्वारा दिया गया नारा “जय हिंद” आज राष्ट्रीय नारा बन गया है,”तुम मुझे खून दो मैं तुझे आज़ादी दूंगा “का नारा भी सुभाष चन्द्र बोस का ही था, ऐसे ही जाबाज नेताओ के कारण 15 अगस्त 1947 को भारत आजाद हुआ उपस्थित साक्षरता कर्मियों को संबोधित करते हुए मुकुंद साव ने कहा कि भले ही 18अगस्त को सुभाष चन्द्र बोस का पुण्यतिथि मनाया जाता है, परंतु उनका जीवन और मृत्यु आज तक अनसुलझा रहस्य बना हुआ है 18 अगस्त 1945 को उनके अतिभारित जापानी विमान दुर्घटना ग्रस्त ताइवान में हुआ था। उसमे नेता जी सुरक्षित थे या नही आज भी स्पष्ट नहीं हैं परंतु भारत सरकार ने प्रतिवर्ष 18 अगस्त को उनका पुण्यतिथि घोषित किया है। आज देश आजाद है पूरा भारत वर्ष इस वर्ष 75 वा स्वतंत्रता दिवस अमृत महोत्सव के रूप में मनाया अगर यह अवसर हिंदुस्तान को मिला तो इन्ही लोगो के शहादत से मिला। सुभाष चन्द्र बोस स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश शासन के विरुद्ध हिम्मत से लड़ा था। संपूर्ण भारत वर्ष आज भी सुभाष चन्द्र बोस को नेता जी के रूप में जनता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रेरक सियाराम कुमार भारती ने किया जबकि संचालन मैना राणा ने किया। मौके पर बृजनंदन कुमार साव, माधवी सिन्हा, शहजादी खातून, रूपा देवी, शर्मा,शारदा देवी, प्रतिमा देवी, छोटी कुमारी सहित कई प्रेरक गण उपस्थित थे।

Last updated: अगस्त 18th, 2022 by Aksar Ansari