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मोहलबनी श्मशान के रख रखाव में आई भारी गिरावट, चारों ओर फैला है गंदगी का अंबार, रोजाना 20-25 शवों के आने से स्थिति भयावह

धनबाद/झरिया। जिले भर के प्रमुख श्मशान घाटों में से शुमार है मोहलबनी दामोदर नदी किनारे का श्मशान घाट इसे लोग मोक्षधाम के नाम से जानते हैं , यहाँ लगभग पूरे जिले से लोग अपने परिजनों के शवों का अंतिम दाह संस्कार के लिये आते हैं, इस को ध्यान में रखते हुए धनबाद नगर निगम की ओर से इस घाट का सौंदर्यीकरण भी किया गया था, शवों के अंतिम संस्कार के लिये 8 स्टैंड बनाये गये हैं जिस पर रख शवों का दाह संस्कार किया जाये, कुछ माह तक तो इस घाट की साफ सफाई व रख रखाव ठीक ठंग से होती रही लेकिन पिछले दो तीन माह से इस घाट की सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही हो रही है। नतीजतन श्मशान घाट पर गंदगी का अंबार लग गया है। घाट के चारों ओर अधजली लकड़ी, पुराने वस्त्र, बांस, पुआल, बिखरे पड़े हैं, और तो और इधर कुछ दिनों से दामोदर में पानी काफी कम हो गया है एक तरह से बोला जाये तो दामोदर नदी का जल तीन चौथाई सूख गया है इसलिये अब कुछ लोग शवों का अंतिम संस्कार किनारे या स्टैंड पर ना कर नदी के बीच में जाकर कर रहें हैं. जहाँ पानी की धार है जिसका परिणाम यह हुआ कि अब घाट पर ही नहीं बल्कि नदी के एक बड़े हिस्से में गंदगी फैली हुई है, लोग अब इसी गंदगी के बीच शवों का अंतिम संस्कार कर रहें है।

बताते हैं कि पूर्व में यहाँ घाटों की सफाई के लिये छह लोग थे जो घाटों की सफाई किया करते थे लेकिन अभी कुछ माह से मात्र दो लोग ही सफाई के लिये हैं जिनसे पूरे घाट की सफाई की उम्मीद करना बेमानी होगी, जिस कारण पूरे मोहलबनी श्मसान घाट पर गंदगी ही गंदगी फैली हुई है।

वही अभी कोरोना काल में प्रतिदिन पहले के मुकाबले घाट पर शवों के आने की गिनती में जबरदस्त इजाफा हुआ है ,जहाँ पूर्व में इस घाट पर अंतिम दाह संस्कार के प्रतिदिन ज्यादा से ज़्यादा 8 से 10 शव ही आते थे वहीं अभी पिछले 15 -20 दिनों में इसमें तीन गुना की अचानक वृद्धि हो गयी है। नगर निगम द्वारा नियुक्त बच्चन बिहारी और शंकर राउत ने बताया कि इधर 15 -20 दिनों से मोक्ष धाम में 20 -25 की संख्या में शव प्रतिदिन आ रहें हैं जिनका हमारे पास लिखित रशीद है लेकिन 5-6 एसे भी हैं जो रशीद नहीं लेते , आज तकरीबन 12,:30 बजे जिस समय मैं श्मशान घाट जानकारी लेने पहुँचा था उस समय एक लाइन से मोहलबनी दामोदर नदी किनारे 5 शव और ऊपर बने स्टैंड में 2 शव जल रहें थे ,घाट पर उस समय तकरीबन 100 से 150 लोग होंगे जो अपने अपने परिजनों का अंतिम संस्कार को पहुँचे थे। मासस नेता सबुर गोराई ने कहा कि जब से नगर निगम बना है तब से व्यवस्था चरमरा गई है ना घाट की ढंग से सफाई की जा रही है ना ही यहाँ का रख रखाव ठीक से हो रहा है चारों ओर कचरे का अंबार लगा हुआ है. उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि अविलंब घाट की सफाई कराई जाए क्योंकि कोरोना वायरस से कई लोगों मृत्यु हो गई है और इस जगह अगर साफ सफाई नहीं रहेगी तो और भी बड़ी परेशानी होगी इसलिए जिला प्रशासन एवं निगम को इस पर ध्यान देना चाहिए।

Last updated: मई 9th, 2021 by Arun Kumar