धनबाद में कोयला तस्करी को लेकर सीआईडी को अपनी जाँच में कई अहम जानकारी मिली है। जिसमें कई तस्करों के नाम भी हाथ लगे हैं। सीआईडी रिपोर्ट पर डीआईजी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई है।
कोयला के लिए देशभर में विख्यात कोयले की राजधानी झारखंड के धनबाद जिले में बड़े पैमाने पर कोयला की तस्करी की जा रही है। लगातार कोयला तस्करी की मिल रही शिकायतों के बाद सीआईडी मुख्यालय के निर्देश पर सीआईडी के अफसरों ने धनबाद जाकर पूरे मामले की जाँच की थी।
सीआईडी को अपने जाँच के दौरान कई अहम जानकारियाँ मिली हैं. साथ ही कई तस्करों के नाम भी हाथ लगे हैं. सीआईडी की रिपोर्ट पर डीजीपी नीरज सिन्हा ने बोकारो डीआईजी से पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है।
क्या मिला जाँच के दौरान सीआईडी अफसरों को धनबाद में जाँच के दौरान निरसा, मैथन और पंचेत थाना क्षेत्रों में कोयला तस्करी होने की जानकारी मिली है. जानकारी के मुताबिक, धनबाद में कोयला तस्करी कराने वालों में दर्जनों नाम है। सीआईडी ने जाँच रिपोर्ट में निरसा, मैथन और पंचेत इलाके में कोयला की तस्करी करने वाले लोग और उनके मॉड्स के बारे में बताया है। जाँच के बाद सीआईडी ने अपनी रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में डीजीपी नीरज सिन्हा को भेजी थी। जिसके बाद डीजीपी ने पूरे मामले में बोकारो रेंज के डीआईजी कन्हैया मयूर पटेल से जाँच कर रिपोर्ट की मांग की है।
पुलिस की भूमिका
हालांकि सीआईडी ने जो रिपोर्ट डीजीपी को सौंपी है, उसमें कोयला तस्करी के मामले में धनबाद पुलिस की भूमिका का कोई जिक्र नहीं है. सीआईडी के जाँच में यह बात सामने आई है कि चोरी-छिपे कोयला खनन और तस्करी का काम एक खास सिंडिकेट के द्वारा किया जा रहा है।
तय समय में जाँच कर बिंदूवार रिपोर्ट देने का निर्देशसीआईडी की जाँच रिपोर्ट के आधार पर बोकारो डीआईजी से बिंदुवार रिपोर्ट मांगी गई है। तय समय के भीतर जाँच कर डीआईजी पूरी रिपोर्ट देंगे।
पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों के मुताबिक, हाल के दिनों में कई स्रोतों से कोयला तस्करी की शिकायतें मिल रही थीं। शिकायतों के आधार पर सीआईडी ने जाँच कर अपनी रिपोर्ट दी थी।