धनबाद । धनसार थाना क्षेत्र के दुहाटांड से 174 किलो गांजा बरामद होने के बाद धनबाद पुलिस रेस हो गयी है। दुहाटांड, मनईंटांड और जिला के दूसरे इलाकों में भी गांजा के लिए छापामारी शुरू हो गयी है।पुलिस सरगना की तलाश में है। हालांकि अभी तक पुलिस को उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। पुलिस के लिए बड़ा सवाल यह भी है कि बोर्डर से इतनी भारी मात्रा में गांजा आखिर धनबाद तक पहुँचता कैसे है।
पूजा दुकान में मिल रहा है गांजा: स्टीलगेट के एक पूजा दुकान में गांजा की बिक्री खुलेआम होती है। बीच बाजार में गांजा बिक्री की सूचना स्थानीय पुलिस को भी है। हालांकि कई बार गांजा बेचने वाले के यहाँ छापामारी हो चुकी है। कई बार दुकान संचालक को जेल की हवा भी खानी पड़ी है। इसके अलावा गोविंदपुर -टुंडी रोड में गाय पालने के नाम पर गांजा की बिक्री की जा रही है।
मनईंटांड़ है गांजा तस्करों का गढ़: मनईंटांड गांजा तस्करों का गढ़ रहा है। कुम्हारपट्टी निवासी अनिल सिंह को पुलिस ने कई बार गांजा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया है। कुछ माह पूर्व ही एएसपी की टीम ने अनिल सिंह को गिरफ्तार किया था। उसके घर से भी गांजा की बड़ी खेप बरामद की जा चुकी है। इसके अलावा मनइटांड में सोनू, दुहाटांड में बब्लु एवं राजू चौरसिया चांदमारी कांटा के पास लाल बाबा गांजा बेचने का धंधा करते है। यह लोग बी कई बार जेल जा चुके है।
20 रुपए से 500 तक की मिलती है पुड़िया: धनबाद में गांजा की पुड़िया 20 रुपए से 500 रुपए तक की मिलती है। इसकी चपेट में युवा पीढ़ी ज्यादा है। युवाओं को गांजा बेचने के लिए उन्हें आकर्षक रिजला पेपर (गोगो) दिया जाता है। युवा उसमें भर कर गांजा पीते नजर आते है। एनएफ. यह पेपर किसी भी पान की दुकान में आसानी से मिल जाता है।