पश्चिम बंगाल के आसनसोल बाजार में सब्जियाँ बेचने पहुँचे किसानों को कुछ दबंगों ने लात घूसों और लाठी डंडों से बुरी तरह पिटा है। किसानों को पीटने वाले दबंग एक स्कार्पियो और एक बोलेरो गाड़ी पर सवार होकर लाठी डंडों के साथ आए थे और घाटी गली के सब्जी मंडी में सब्जियों की चल रही हौल सेलिंग के दौरान अचानक से डॉ० गाड़ियों में करीब 10 गुंडे लाठी और डंडों के साथ पहुँच गए और उनसे बिना कुछ पूछे बिना कुछ जाने उनपर लाठी और डंडों के साथ हमला कर दिया ये कहते हुए के इस जगह को खाली करो इस जगह पर दोबारा सब्जियों की बिक्री नहीं होनी चाहिए। गुंडे ये शब्द बोलते रहे और किसानों को बुरी तरह वो भी बेरहमी से पिटते रहे, गुंडों ने करीब 34 मिनट तक किसानों को खदेड़ खदेड़ कर पिटा किसान अपने बचाव में चिल्लाते रहे पर उन अन्नदाताओं को किसी ने भी नहीं बचाया और ना ही किसी ने छुड़ाने की कोशिश भी नहीं की, जबकि घटना स्थल से महज साऊथ थाना की दूरी मात्र 100 मीटर है ।
जब गुंडों द्वारा बुरी तरह पिट कर किसान लहू लहान हो गए तब साऊथ थाने से कुछ पुलिस घटना स्थल पर पहुँची और बीचबचाव का कार्य शुरू किया पर उन गुंडों की गिरफ़्तारी तो दूर की बात उनसे घटना का कारण तक नहीं पूछा। कुछ स्थानीय लोग मौके पर पहुँचे और अपनी हिम्मत जुटाते हुए पुलिस से गुंडों को गिरफ्तार करने की मांग की वहीँ पुलिस ने ना चाह कर भी गुंडों व् उनकी दो गाड़ियों को अपने हिरासत में लेकर घायल किसानों को थाने ले गई , जहाँ उन्होंने गुंडों को लौकप में ना डालकर मेहमानों की तरह थाने में इज्जत से बैठाकर रखा जहाँ किसान भी मौजूद रहे करीब साढ़े चार घंटों तक उनको थाने में ही बैठाकर रखा घायल किसानों का 1 इलाज तक नहीं करवाया वहीँ साढ़े चार घंटे बाद तृणमूल के एक दिग्गज नेता शिवदासन दासु थाना पहुँचे और एक सफ़ेद कागज पर सभी से हस्ताक्क्षर करवा लिया और उन गुंडों को छुड़ाकर अपने साथ लेकर चले गए ऐसे में न्याय नहीं मिलने से नाराज घायल किसान अपना-अपना इलाज करवाने के लिए आसनसोल के सदर अस्पताल इलाज के लिए पहुँच गए, जहाँ उन्होंने अपना इलाज करवाने के बाद पश्चिम बंगाल के श्रम एवंं कानून मंत्री मलय घटक से संपर्क किया और उनके घर पहुँच अपने साथ हुई पूरी घटना को बताया और न्याय की गुहार लगाई।
मंत्री मलय घटक ने घायल किसानों को ये आश्वासन दिया के उनके साथ हुई घटना पर उचित करवाई की जाएगी और उन्हें जरूर से जरूर न्याय मिलेगा हम बतादें के पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी वर्षों से किसानों की हक़ की लड़ाई लड़ते हुए उन्होंने बंगाल में करीब 34 वर्षों से राज कर रहे वाम सरकार को सत्ता से गिरा दिया था और आज भी वो किसानों की हित में उनके समर्थन में अपनी लड़ाई जारी राखी हुई हैं साथ ही उनकी तमाम सुख सुविधाओं का भी पूरी तरह ख्याल रखती हैं, ऐसे में उनके राज्य में सरेआम गुंडों द्वारा किसानों का पिटा जाना साथ ही उनपर पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं होना और उनके पार्टी के एक दिग्गज नेता द्वारा थाणे से आरोपियों को छुडवाकर ले जाना ये कहीं ना कहीं दीदी के लिए आने वाली एक बड़ी मुसीबत का अंदेशा दे रही है अब देखना ये है के दीदी के राज में घायल किसानों को कब तक न्याय मिल सकता है।