Site icon Monday Morning News Network

नियमों को ताक पर रख खुदाई करने से हुयी मोहनपुर ओसीपी में धँसान : एसके पाण्डेय

धँसान स्थल को देखते हुये एसके पांडे एवं अन्य श्रमिक प्रतिनिधि

बीते 29 दिसंबर को ईसीएल के सलानपुर एरिया अंतर्गत मोहनपुर ओसीपी में घटित धँसान की घटना का जायजा लेने हिन्द मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष सह कोलियरी मजदूर कॉंग्रेस के महामंत्री एसके पाण्डेय ने आज ओसीपी में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए दौरा किया । उनके साथ एरिया सेक्रेटरी प्रह्लाद शर्मा , एरिया सेफ्टी मेम्बर मनोजित बनर्जी , एरिया वेलफेयर मेम्बर अखिलेश केशरी ,डाबर कोलियरी प्रेसिडेंट खिती सद्दास, मोहनपुर कोलियरी प्रेसिडेंट मुक्तराम हालदार , जेसीसी मेम्बर धीरेन मन्ना , समेत कई लोग मौजूद थे ।

राजमहल जैसी घटना दुहराने से बच गयी

इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुये एसके पांडे ने कहा कि नियमों को ताक पर रखकर खुदाई करने से ही यह धँसान की घटना घटित हुयी । पाण्डे ने कहा कि इस ओसीपी में नियम के मुताबिक खनन नहीं किया गया है । सुरक्षा मानकों का ध्यान नहीं रखा गया जिसके कारण खदान में इतनी बड़ी दुर्घटना घटी । उन्होंने कहा कि राजमहल जैसे बड़ी दुर्घटना होते होते बच गया ।

उन्होंने कहा कि मिट्टी,पत्थर समेत कोयला एक तरफ से काट लिया जा रहा है , कोई धाप तथा बैंच छोड़े बिना सीधी दीवाल जैसी कटाई मशीनों से काटा जा रहा है । जबकि नीचे कोयला काटते समय छोड़ा हुआ धाप नहीं काटा जा सकता है। इसे काटने से ऊपर का जमा हुआ मिट्टी एवं पत्थर के स्तूप धँसन का रूप ले सकते हैं।

मोहनपुर ओसीपी में दौरे के बाद श्रमिक प्रतिनिधियों के साथ महामंत्री एसके पांडेय

उन्होंने कहा कि जब उत्पादन का अधिक दबाव बनाया जाता है तब इस तरह की लापरवाही अधिक देखने को मिलती है। हमलोग वापस जाकर डी.जी.एम.इस के पास इसकी रिपोर्ट भेजेंगे और ईसीएल सीएमडी से भी इस विषय पर बात करेंगे ।

एरिया सचिव असीम कुमार नाग ने कहा कि मोहनपुर ओसीपी में पिछले छह महीनों से ईसीएल की मशीनें बंद है इन कर्मियों को बैठाकर वेतन दिया जा रहा है जबकि दूसरे हिस्से में ठेकेदारों से काम कराया जा रहा है। इसकी जानकारी भी सीएमडी ली जाएगी ।

बंद हो है है मोहनपुर ओसीपी

धँसान के बाद से ही मोहनपुर ओसीपी में उत्पादन कार्य बंद है । एक हिस्सा जो ईसीएल संचालित था वह वह तो पिछले छः महीने से बंद था और दूसरा हिस्सा जो ठेकेदार संचालित था वह भी धँसान के कारण बंद हो गयी है। सभी मशीने हटा ली गयी है।

Last updated: जनवरी 2nd, 2019 by kajal Mitra