पंचमुखी हनुमान मंदिर सेवा समिति की ओर से पंचमुखी हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा एवं श्रीराम कथा तथा ज्ञान यज्ञ किया गया
पंचमुखी हनुमान मंदिर सेवा समिति की ओर से आयोजित की गयी श्रीराम कथा ज्ञान यज्ञ एवं पंचमुखी हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर राम कथा वाचक संजय कृष्ण शास्त्री जी ने जहाँ भगवान राम के जीवन शैली को बहू खूब ही प्रस्तुत करते हुए कहा कि भगवान राम एक आदर्श है। जिस परिवार में राम कथा का श्रवण एवं अध्ययन करने वाले व्यक्ति के निराशा नहीं होगी।
वहीं दूसरी ओर पंडित कृष्ण नंद त्रिपाठी महाराज ने राम कथा के सारगर्भित संयोजन कर्ताओं की ओर सेप्रस्तुति के दरमियान कहा कि भगवान राम के जीवन को आप देखेंगे तो पाएंगे कि पूरा जीवन ही। रामका का परोपकार ही रहा है।
यहां, त्याग है दर्शन है, प्रेम है भाव है, चेतन है इसलिए, आज भी मान्यता रामायण की है जो अतीत में रहा है आप राम चरित्र मानस को अपने जीवन में उतारें। तो पाएंगे कि यहाँ कष्ट जरूर है लेकिन कष्ट के पीछे प्रेम सहनशीलता अपना तो है जहाँ अपनत्व है कष्ट है।
इस अवसर पर द्वितीय दिन भगवान हनुमान जी का मूर्ति का स्नान समारोह का आयोजन किया गया एवं पूजा अर्चना की गई। संयोजन कर्ताओं की ओर से उपेंद्र राय ने बताया कि इस मंदिर को लेकर पिछले एक दशक से हम लोग प्रयास कर रहे थे। ऐसी कृपा बनी की। हाजिया भव्य मंदिर बनी है और काफी जागृत मंदिर है। एक समय था जब भगवान हनुमान कुटिया में थे आज उन्हें स्थापित की गई है।
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