रानीगंज -सीताराम जी मंदिर कमिटी द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा रसोत्सव सप्ताह व्यापी का आयोजन के 6 वें दिन कृष्ण द्वारा गोवर्धन उत्सव संपन्न हुआ । वृंदावन से पधारे आचार्य द्वारकाधीश जी महाराज भागवत कथा के माध्यम से कृष्ण जन्म का उत्सव मनाते हुये कहा कि जब-जब धरती पर अत्याचार बढ़ा, तब-तब भगवान विभिन्न रूप में अवतार लिए । भगवान अपने भक्तों के लिए दोड़े आते है । भक्तों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को उठा लेते है ।
उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण के जन्म के समय कारागार में बंद माँ देवकी अश्रु भरे शब्दों में कहने लगी कि मेरे बालक की हत्या कर दी जाएगी ,लेकिन अद्भुत दृश्य हुआ , द्वारपाल सो गए और जंजीरे खुल गई । जेलखाने से भगवान कृष्ण को लेकर पिताश्री निकल पड़े । लेकिन अद्भुत इस बीच उफन रही यमुना नदी में एक तरफ भगवान की रक्षा देने के लिए शेषनाग तो दूसरी तरफ जमुना की नदी की उफान भगवान के चरण खुद होने के लिए व्याकुल दिखे ।
यजमान राजकुमार कयाल ने बताया कि रानीगंज की भूमि पर निरंतर आध्यात्मिक एवं भागवत कार्यक्रम का आयोजन होता रहता है। जिसके कारण यहाँ के लोगों में भक्ति भाव काफी तेज है l-13 अप्रैल तक भागवत कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें दूर-दराज इलाकों से भी भक्तगण उपस्थित हुए हैं।