ईसीएल के खुट्टाडीह ओसीपी में कार्यरत श्रमिक दिनेश भुईया की तबियत बिगड़ने पर उन्हें फ़ौरन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही ह्रदयगति रुकने उनकी मौत हो गई. जिसके बाद श्रमिकों और श्रम संगठन एचएमएस, केकेएससी के नेताओं ने प्रबंधन से मृतक श्रमिक के आश्रित को तत्काल नियोजन की मांग करने लगे.
एचएमएस के ओसीपी सचिब अनिरुद सिंह और केकेएससी के अध्यक्ष सुखराम वीपी और सचिव संतोष ने कहा कि खुट्टाडीह कोलियरी अस्पताल में डॉक्टर के नहीं रहने के चलते क्षेत्रीय चिकित्सा अधिकारी के पीएस मन्ना के पास लाने के क्रम में श्रमिक की मौत हुई है, जिसकी पुष्टि डॉक्टर ने भी किया है. तत्काल आश्रित को नियोजन मिलना चाहिए.
एचएमएस के महामंत्री एसके पांडेय ने भी अपने संगठन के लोगों से नियोजन समेत अन्य मांग मांगने को कहा और पांडेश्वर क्षेत्र के अपर महाप्रबंधक एके सेनगुप्ता से वार्ता भी किया. लगभग 4 घंटा हो-हल्ला के बाद खुट्टाडीह ओसीपी के डीजीएम प्रमोद कुमार, प्रबंधक प्रसुन्न कुमार झा, क्षेत्र के कार्मिक प्रबंधक नजरुल इस्लाम और ओसीपी के पीएम फनिद्र सिंह की उपस्थिति में 7 दिनों के अंदर आश्रित को नियोजन देने पर समझौता हुआ.