आसनसोल -भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) प्रदेश कार्यसमिति की 8 और 9 सितम्बर को दो दिवसीय बैठक हल्दिया स्थित युवा क्लब में सम्पन्न हुई. बैठक में मुख्यरूप से बीएमएस के अखिल भारतीय (पूर्वी क्षेत्र) संगठन मंत्री सह प्रभारी सुरेश प्रसाद सिन्हा एवं सह प्रभारी गणेश मिश्र उपस्थित थे. साथ ही पश्चिम बंगाल के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रवि शंकर सिंह, प्रदेश सचिव जयनाथ चौबे, पश्चिम बर्धमान जिला सचिव दीपक सिंह, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुबोध शर्मा आदि बैठक में शामिल थे.
उक्त बैठक कि जानकारी देते हुए प्रदेश सचिव जयनाथ चौबे ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि 17 सितम्बर, विश्वकर्मा जयंती को श्रम दिवस के रूप में घोषित करने के लिए उक्त दिन को बीएम्एस संकल्प दिवस के रूप में मनायेगा,जो मजदूरो की सेवा, बेरोजगारो का हित और राष्ट्रीय सेवा को समर्पित होगा. श्री चौबे ने बताया कि बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बंगाल में जो भी उद्योग बंद हो गए है या जो बंदी के कगार में या फिर आर्थिक समस्या झेल रहे है, चाहे वह केंद्र या राज्य सरकार के अधीन है, उसे बचाना और चालू करना होगा.
उन्होंने बताया कि इसके लिए जल्द ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और देश के प्रधानमंत्री को एक लिखित आवेदन बीएमएस की ओर से प्रेषित किया जायेगा. उन्होंने कहा कि उक्त बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में श्रमिकों व बेरोजगारो को हो रही समस्या का बीएमएस डट कर मुकाबला करेगी, चाहे इसके लिए सड़क पर उतरकर आन्दोलन भी करना पड़े तो पीछे नहीं हटेंगे. बैठक की अध्यक्षता तरुन कांटी घोष एवं संचालन प्रदेश महामंत्री उज्जवल मुखर्जी ने किया.