Site icon Monday Morning News Network

नेपाली पाड़ा हिंदी स्कूल को शिशु मित्र अवॉर्ड देने की घोषणा 

दर्गापुर: दुर्गापुर के लेबर हाट स्थित नेपाली पाड़ा हिंदी हाई स्कूल का यह वर्ष खास रहा , वर्ष भर में स्कूल को चार बड़े अवार्ड प्राप्त हुए हैं , जिसमें सेकंड बेस्ट स्कूल ऑफ द ईयर, बेस्ट हेड मास्टर ऑफ द ईयर , भारत विद्या रत्न के साथ अब राज्य सरकार ने पश्चिम वर्द्धमान जिले में नेपाली पाड़ा हिंदी हाई स्कूल को जिला का प्रथम  शिशु मित्र आवॉर्ड देने की घोषणा की है।

उखड़ा आदर्श विद्यालय, जामुड़िया के बोरिंग डांगा हाई स्कूल को पछाड़ कर जीता ख़िताब

15 दिसंबर को कोलकाता टाउन हॉल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान  शिक्षा मंत्री के हाथों अवार्ड सौपा जाएगा। शिशु मित्र अवार्ड 2017  जिले में एक स्कूल को ही दिया जाता है । राज्य सरकार की ओर से पिछले दिनों पश्चिम बर्दवान जिले में कुल 10 स्कूल को शिशु मित्र अवार्ड देने  के लिए चयन किया था ,जिसमें तीन स्कूल का नाम छंट कर सामने आया। जिसमें उखड़ा आदर्श विद्यालय, जामुड़िया के बोरिंग डांगा हाई स्कूल एवं दुर्गापुर के नेपाली पड़ा हाई स्कूल शामिल था। जिसमे नेपाली पड़ा हाई स्कूल को जिले में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है ।

35 मानदंड निर्धारित की गई थी

राज्य सरकार की ओर से शिशु मित्र के लिए 35 मानदंड निर्धारित की गई थी, जिसमें बच्चों का बेहतर पठन पाठन, मिड डे मील की सही व्यवस्था, स्वास्थ , अभिभावको की नियमित बैठक, छात्रों की अधिक से अधिक उपस्थिति शामिल थी ।  नेपाली पाड़ा हिंदी हाई स्कूल इन सभी काईटेएरिया में बेहतर प्रदर्शन कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है । अवार्ड के तहत स्कूल को 25 हजार नगद एवं अवॉर्ड शिक्षा मंत्री के हाथों सौंपा जाएगा।

प्रचार्य डॉक्टर कलीमूल  हक ने सभी शिक्षा कर्मियों , छात्रों एवं अभिभावकों को दिया धन्यवाद

स्कूल के प्रचार्य डॉक्टर कलीमूल  हक ने बताया कि स्कूल  में वर्तमान समय में लगभग साढ़े तीन हजार छात्र-छात्राएं  शिक्षा ग्रहण करते हैं। इतनी बड़ी छात्र संख्या को बेहतर शिक्षा प्रदान कराना चुनौती समान है। स्कूल में शिक्षकों की कमी हमेशा से ही रही है स्कूल में स्थायी एवं अस्थाई शिक्षकों की कमी के बावजूद भी छात्रों के पठन पर एवं अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इसके लिए स्कूल के छात्रों के अलावा शिक्षकों, समस्त स्कूल कर्मी के  प्रयास से ही आज स्कूल को शिशु मित्र आवॉर्ड प्राप्त हुआ है। जो दुर्गापुर के लिए गौरव की बात है।

Last updated: दिसम्बर 13th, 2017 by Pankaj Chandravancee